रांची। झारखण्ड के दुमका जिले में एक तरफा प्रेम में असफल सिरफिरे युवक ने 19 वर्ष की एक युवती को जिस प्रकार जिन्दा जलाया उससे न केवल मानवता शर्मसार हुई है, बल्कि प्रशासन और राज्य सरकार भी कटघरे में आ गई है। शाहरुख नामक इस युवक ने हैवानियत की हद पार दी, जिसको लेकर लोगों में काफी क्षोभ और आक्रोश है।
अंकिता नाम की यह युवती 12वीं कक्षा की छात्रा थी। जिस कमरे में वह सो रही थी उसकी खिड़की से भोर में पेट्रोल डालकर शाहरुख ने आग लगा दी। इस हृदयविदारक घटना में अंकिता 90 प्रतिशत झुलस गई। इलाज के लिए उसे रांची स्थित रिम्स में भरती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मृत्यु के पहले अंकिता ने जो बयान दिया है वह दिल दहलाने वाला है। शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया गया है।
तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने क्षेत्र में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा भी लगा दिया है। इस घटना को लेकर राजनीतिक सरगरमी बढ़ गई है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आश्वस्त किया है दोषी को शीघ्र सजा दिलाने के लिए कानून अपना काम कर रहा है। ऐसी घटनाओं के लिए समाज में कोई जगह नहीं है। सजा देने वाले प्रावधानों को और कड़ा करने की जरूरत है।
मौजूदा कानूनों को और मजबूत करने के लिए कानून लाया जाना चाहिए। झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने स्वीकार किया है कि इस प्रकरण में कुछ चूक अवश्य हुई है। सरकार ने युवती के उपचार के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था भी की थी लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका। राज्य सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।
इस घटना के बाद पीड़ित परिवार की सुरक्षा एक बड़ा प्रश्न है। पीड़ित परिवार को यथाशीघ्र न्याय दिलाने के लिए आवश्यक है कि इस पूरे प्रकरण को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाए जिससे कि त्वरित सुनवाई कर दोषी को अधिकतम कठोर सजा दी जा सके। इस प्रकरण में एक पुलिस अधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध रही है। इसकी भी जांच होनी चाहिए जिससे कि उसे दण्डित किया जा सके। राज्य में शान्ति, व्यवस्था बनाए रखने की भी जरूरत है।