नई दिल्ली। उत्तरी निगम प्रमुख स्थानों पर स्थित अपने 246 ढलाव घरों में अब नागरिक सेवाएं खोलेगा। ढलाव घरों में जन रसोई, पुस्तकालय, प्याऊ, महिला सिलाई केंद्र, बुजुर्गों के बैठने की जगह जैसी दूसरी जन उपयोगी सेवाएं शुरू की जाएंगी। यह सारे काम गैर सरकारी सामाजित संस्थाओं के सहयोग से पूरे होंगे। नागरिकों को नि:शुल्क इन सारी सुविधाओं का लाभ मिलेगा। उत्तरी निगम की स्थायी समिति ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके अंतर्गत विभिन्न एनजीओ को पहले पांच साल के लिए ये सभी ढलाव घर दिए जाएंगे। इसमें सिविल लाइंस जोन में 36, केशवपुरम जोन में 71, करोल बाग जोन में 10, शहरी सदर पहाड़ गंज जोन में 9, रोहिणी जोन में सर्वाधिक 113 और नरेला जोन में 7 ढलाव घरों में पहले फेज में नागरिक सुविधाएं जल्द ही शुरू की जाएंगी। उत्तरी निगम में स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगी राम जैन ने बताया कि क्षेत्र के अंदर ढलाव घरों को बंद किया जा रहा है। उनकी जगह पर कॉम्पैक्टर लगाए जा रहे हैं। ऐसे में खाली हो रहे ढलाव घरों को वहां से हटाने के बजाय उनमें नागरिकों के लिए विभिन्न सेवाएं खोलने की योजना बनाई गई है। विभिन्न एनजीओ यहां पर नागरिकों के लिए सोवाओं का विस्तार करने के लिए राजी हैं। उन्होंने बताया कि बिना शुल्क के यहां पर उपलब्ध सेवाएं नागरिकों को मिलेंगी। उत्तरी निगम के 104 वार्ड वाले 605 वर्ग किमी क्षेत्रफल में करीब 90 लाख की आबादी निवास करती है। इस आबादी को इन नागरिक सेवाओं का लाभ मिलेगा।