कच्चा पपीता के सेवन से बढ़ाएं इंसूलिन की मात्रा, स्किन समस्याओं से भी मिलेंगा निजात

हेल्‍थ। वैसे तो पपीता सभी लोग खाते है लेकिन कुछ ही लोग ऐसे होंगे जो कच्‍चे पपीते का सेवन करते होंगे। कच्‍चे पपीते के सेवन से कई मायनो में काफी फायदा मिला है। क्‍योकि कच्चा पपीता कई तरह के पौष्टिक तत्‍वो से भरपूर होता है। पपीता जब हरा रहता है तो इसमें कई पौष्टिक तत्व शुद्ध रुप में होते हैं जो पकने के बाद नहीं होते। वहीं कुछ एंजाइम भी ऐसे रहते हैं जो पकने के बाद खत्म हो जाते हैं। कच्चे पपीते के सेवन से स्किन से संबंधित  सभी तरह की परेशानियो से निजात मिलता है। इसके अलावा पपीता डाइजेशन के लिए बेहद ही कारगर साबित होता है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, कच्चा पपीता में काइमोपेपिन और पेपिन जैसे कई नेचुरल एंजाइम होते हैं जो प्रोटीन, फैट और कार्बोहाइड्रेट को बहुत जल्द और आसानी से तोड़ देते हैं। अर्थात इससे मेटाबोलिज्म बूस्ट रहता है। इसलिए कच्चा पपीता वजन को कंट्रोल रखने में मदद कर सकता है। तो आइए जानते है कि कच्‍चे पपीते के सेवन से मिलने वाले फयदों के बारे में।

 किडनी को रखे हेल्दी – गुडवेज फिटनेस की को फाउंडर न्यूट्रिशनिस्ट जैस्मिन कश्यम बताती हैं कि कुदरत से मिले फ्रूट और वेजिटेबल हमें कई बीमारियों से लड़ने में मजबूती प्रदान करती है। इसलिए मैं इसमें कच्चे पपीता को भी शामिल करने की सलाह दूंगी। कच्चा पपीते के सेवन से शरीर में बने टॉक्सिन जल्दी से रिमूव करते हैं। इससे किडनी पर टॉक्सिन का अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता।

डाइजेशन को करें हेल्‍दी – कच्चा पपीता का सेवन करना डाइजेशन के लिए बेहद ही फायदेमंद होता है। कच्चा पपीता आंत की गंदगी की साफ करता है। कच्चे पपीते में मौजूद पेपिन एंजाइम पेट में गैस्ट्रिक एसिड के उत्पादन को बढ़ाता है जिससे डाइजेशन आसानी से हो जाता है और पेट को टॉक्सिन फ्री रखता है।

हार्ट डिजीज पर लगामकच्चा पपीता में कई तरह के पौष्टिक तत्‍व मौजूद होती है। विटामिंस, मिनिरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जिससे शरीर में फ्री रेडिकल्स नहीं बन देते है। फ्री रेडिकल्स जब नहीं बनेंगे तो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस नहीं होगा। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस न हो तो हार्ट को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। इसलिए यह हार्ट की हेल्थ को मजबूत बनाता है।

स्किन की परेशानियों करे दूर कच्चा पपीता में कई तरह के फाइटो न्यूट्रिटेंस होते हैं जो इंफ्लामेशन को खत्म करते हैं। अर्थात  चेहरे पर यदि कील-मुंहासे, एक्ने आदि की समस्या हो तो इसका यह आसानी से इलाज कर देता है। इसके साथ ही यह नए सेल्स को बनाने में मदद करते हैं। यह सूजन और दर्द को कम करता है और स्किन में नए कोलेजन को बनाता है।

शुगर लेवल को करें कंट्रोल – कच्चा पपीता में डाइट्री फाइबर होता है जो ग्लूकोज के अवशोषण के धीमा कर देता है। इससे खून में तुरंत शुगर की मात्रा नहीं बढ़ती है। वहीं दूसरी तरफ यह नेचुरली इंसुलिन को बढ़ाने में सहायता करता है।

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