नई दिल्ली। महासागर की क्षमता का पता लगाने के लिए भारत स्थायी तरीके से प्रशांत द्वीप देशों में समुद्री जीव विज्ञान अनुसंधान स्टेशनों का एक नेटवर्क स्थापित करने की योजना बना रहा है। पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने लिस्बन में संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन में कहा कि, भारत ने प्रशांत द्वीप देशों की जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सतत तटीय और महासागर अनुसंधान संस्थान (एससीओआरआई) स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है।
अधिकारियों ने कहा कि, यह प्रस्ताव मूल रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 14 प्रशांत द्वीप देशों के नेताओं के साथ बैठक के दौरान क्षेत्र में घनिष्ठ संबंध विकसित करने के लिए रखा गया था।
एससीओआरआई भारत में संस्थानों के साथ अनुसंधान और क्षमता निर्माण पर सहयोग करने के लिए प्रशांत महासागर में विभिन्न द्वीप राष्ट्रों में समुद्री जीव विज्ञान अनुसंधान स्टेशनों का एक नेटवर्क बनाने पर जोर देता है।
सिंह ने सम्मेलन में कहा कि भारत ने एसडीजी संकेतकों पर कार्यप्रणाली और डेटा अंतराल को पाटने के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों और अनुसंधान संस्थानों के साथ अच्छी तरह से सहयोग और साझेदारी की है और स्वच्छ, स्वस्थ, उत्पादक, सुलभ महासागर के लिए सतत विकास हेतु ‘यूएन डिकेड ऑफ ओसीन साइंस फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट 2021, 2030’ की दिशा में काम कर रहा है।