मुंबई। कोरोना से उबरने के बाद भी दुनिया कई नई चुनौतियों से जूझ रही है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। वर्ष 2047 तक विकसित देश बनने के लिए भारत को कई मुद्दों पर ध्यान देना होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को एक विकसित
देश बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है, लेकिन इस लक्ष्य को पाने के लिए बहुत सी चीजों को फिर से आकार देना पड़ेगा। इसमें डिजिटलीकरण, शिक्षा और बुनियादी ढांचा सबसे महत्वपूर्ण साधन हैं। यानी इन्हीं के प्रदर्शन के दम पर हमारा विकासशील से विकसित देश बनने का सपना पूरा हो सकेगा।
एलारा कैपिटल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि विभिन्न वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले वृद्धि की राह पर सबसे तेज गति से दौड़ रही है। इसके लिए सरकार की ओर से कई प्रयास किए गए हैं। अगले 25 वर्षों के सुधारों और विकास के सवाल पर
उन्होंने कहा कि जब तक भारत स्वतंत्रता की पहली शताब्दी मनाएगा, हमें बहुत सारी चीजों को ठीक करना होगा ताकि हम तब तक एक विकसित देश बन सकें। सरकार डिजिटलीकरण, शिक्षा और अधिक-से-अधिक बुनियादी ढांचे का विकास कर रही है, ताकि देश के अंदरुनी इलाके शहरों से अलग-थलग न रह सकें।