नई दिल्ली। भारतीय खाद्य तेल रिफाइनरी ने पाम के आयात में बड़ी कटौती के साथ सोया व सूरजमुखी तेलों का आयात बढ़ा दिया है। इससे पाम तेल की कीमतें एक महीने में 10 फीसदी नीचे आ गई हैं। ट्रेडिंग फर्म जीजी पटेल एंड निखिल रिसर्च कंपनी के एमडी गोविंदभाई पटेल का कहना है कि नवंबर में पाम तेल पिछले महीने के अपने रिकॉर्ड स्तर से 10 फीसदी नीचे आ चुका है। रिफाइनर अमूमन पाम तेल को तरजीह देते हैं लेकिन नवंबर में इसके और सोया तेल की कीमतों में महज 20 डॉलर का अंतर रह गया, जो पिछले साल 120 डॉलर था। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड पाम 1,395 डॉलर प्रति टन (लागत, बीमा व ढुलाई जोड़कर) के भाव है, जबकि सोयाबीन क्रूड 1,415 डॉलर और सूरजमुखी क्रूड 1,445 डॉलर प्रति टन में मिल रहा है। यही कारण है कि नवंबर में पाम तेल आयात 5.85 लाख टन रहा, जो अक्टूबर में 6.93 लाख टन था। दूसरी ओर सोया तेल का आयात अक्टूबर के 2.17 लाख टन से बढ़कर 4 लाख टन और सूरजमुखी का 1.17 लाख टन से 2 लाख टन पहुंच गया। दिसंबर में भी पाम तेल का आयात 6 लाख टन से कम रहने का अनुमान है, जबकि सोया तेल की खरीद 4 लाख टन से ऊपर जा सकती है।