नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए मामलों में आ रही लगातार तेजी चौथी लहर की तरफ इशारा करने लगा है। जिस तरह से संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसको लेकर सरकार और प्रशासनिक तंत्र की चिंता भी बढ़ती जा रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में करीब 27 हजार मामले सामने आए हैं। इस चौथी लहर के प्रति थोड़ी आशंकित होना स्वाभाविक भी है, लेकिन राजधानी दिल्ली में इस समय प्रतिदिन करीब एक हजार के आसपास मामले रोजाना दर्ज हो रहे हैं।
इसके बाद दूसरा सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र होता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ जो समीक्षा बैठक की है, उसका मुख्य उद्देश्य कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण करना ही है।
राज्यों में कोरोना के इलाज से जुड़ी सुविधाओं की बहाली तथा टीकाकरण पर जोर देते हुए उन्होंने जनता को स्वस्थ रहने के बावत हर इंतजाम करने को कहा। आगे 12 से 14 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण पर भी काफी जोर दिया।
इधर कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों में मास्क लगाना अब अनिवार्य कर दिया गया है। भीड़ भाड़ वाले स्थानों से लोगों को दूर रहने की भी चेतावनी दी जा रही है। अभी प्रसार का यह संवेदनशील समय चल रहा है और अगर इस पर अभी से गंभीर हो कर रोक के प्रयास किए गए, तो बहुत सी समस्याओं से बचा जा सकता है।