जम्मू-कश्मीर की शांति में खलल डालने वालों के साथ सख्ती से निपटेंगे: गृहमंत्री अमित शाह
जम्मू-कश्मीर। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर की शांति में खलल डालने वालों के साथ सख्ती से निपटेंगे। कश्मीर में विकास और बदलाव की बयार को अब कोई नहीं रोक सकता। जम्मू-कश्मीर की 70 फीसदी आबादी युवाओं को विकास गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। अभी तक इस प्रदेश को केंद्र से मदद मिलती थी, जल्द ही जम्मू-कश्मीर देश के विकास में योगदान देगा। जम्मू-कश्मीर को मॉडल स्टेट के तौर पर विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त, 2019 का दिन जम्मू-कश्मीर के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर में मिशन यूथ के तहत युवा क्लबों के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के युवाओं को हर क्षेत्र में अवसर मिले हैं। ढाई साल पहले घाटी से पत्थरबाजी की खबरें आती थीं, अब कश्मीरी युवा रोजगार-विकास की बात कर रहा है। अमित शाह ने कहा कि पिछले दो साल में जम्मू-कश्मीर में हुए विकास कार्यों को देखकर आश्चर्यचकित हूं। पांच अगस्त 2019 का दिन जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए नींव पत्थर साबित हुआ है। विकास के एक नए दौर की शुरूआत हुई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का राग अलापने वाले पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लोगों की स्थिति पर नजर डालें। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के चलते जम्मू-कश्मीर में अब तक चालीस हजार से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं। इस दहशतगर्र्दी को हर हाल में खत्म करना है। दहशतगर्दी और विकास एक साथ संभव नहीं है। उन्होंने प्रदेश के युवाओं से आह्वान किया कि वे बहकावे में न आकर आगे बढ़ने के लिए एक लक्ष्य तय करें।