जम्मू-कश्मीर का कोविड टीकाकरण में रहा है योगदान…
जम्मू-कश्मीर। देश में सौ करोड़ आबादी को हुए कोविड टीकाकरण में जम्मू-कश्मीर का एक करोड़ 40 लाख लोगों को वैक्सीन देने का योगदान रहा। प्रदेश के सभी जिलों में पहली खुराक में सौ फीसदी टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के दावे किए गए हैं। दूसरी खुराक में 49 फीसदी तक वैक्सीन दी जा चुकी है और बचे हुए टीकाकरण को सौ फीसदी पूरा करने के लिए जनवरी 2022 का लक्ष्य रखा गया है। देश में दूसरी खुराक में टीकाकरण की औसत 32 फीसदी है, जबकि जम्मू-कश्मीर में यह औसत 49 फीसदी है। इसके साथ दो से 18 आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए अनुमानित आबादी का डेटा तैयार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित विभाग से जानकारी मांगी है। इसमें 2 से 17 और 12 से 18 दो आयु वर्ग में डेटा मांगा गया है। फिलहाल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस आयु वर्ग में वैक्सीन को लेकर कोई नए दिशानिर्देश जारी नहीं किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर में टीकाकरण अभियान को तेजी देने से दैनिक आधार पर कोविड संक्रमण मामलों और मौतों में गिरावट आई है। पिछले कुछ हफ्तों से प्रदेश में प्रतिदिन 100 से कम संक्रमित मिल रहे हैं। इसमें जम्मू संभाग के अधिकांश जिलों में प्रतिदिन प्रत्येक में दस से कम मामले आ रहे हैं। अब राजधानी श्रीनगर से ही सर्वाधिक मामले मिल रहे हैं और इसी जिले में सर्वाधिक सक्रिय मामले हैं। कोविड विशेषज्ञों के अनुसार शादियों और त्योहारी सीजन के बाद संक्रमण का प्रसार बढ़ सकता है। इसका कारण सार्वजनिक स्थलों पर कोविड एसओपी का पालन न होना है। कोविड टीकाकरण अभियान में जम्मू-कश्मीर का देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन रहा है। इसके लिए हजारों स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगाया गया है। दूसरी खुराक के लिए भी अभियान को गति दी गई है। टीकाकरण से लोगों में स्वास्थ्य सुरक्षा की भावना बढ़ी है।