धर्म। सनातन धर्म में प्राचीन काल से ही माथे पर तिलक लगाने का बहुत महत्व रहा है। ऐसा माना जाता है कि माथे पर तिलक लगाने से पॉजिटिविटी आती है और कुंडली में मौजूद ग्रह दोष शांत होते हैं। यही कारण है कि किसी भी धार्मिक मांगलिक कार्य बिना तिलक के पूरा नहीं होता। सनातन धर्म कथाओं में तिलक लगाने के कई लाभ बताया गया हैं। हालांकि तिलक लगाने के केवल आध्यात्मिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक तौर पर भी लाभकारी माना जाता हैं।
हल्दी का तिलक लगाने के फायदे
-हल्दी का तिलक माथे के बीचों-बीच लगाने से शरीर में ऊर्जा का संचार बढ़ा रहता है। जबकि ऐसा भी माना जाता है कि हल्दी का तिलक लगाने से व्यक्ति की आर्थिक स्थितियों में सुधार होता है और धन की प्राप्ति के रास्ते खुलते हैं।
-यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति ग्रह अशुभ होता है तो हल्दी का तिलक लगाने से बृहस्पति ग्रह के उल्टे प्रभाव को भी कम किया जा सकता है।
– सनातन धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, किसी भी मांगलिक कार्य में माथे पर हल्दी का तिलक लगाकर उस कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करने में मदद मिलती है।
– यदि आप किसी शुभ कार्य के लिए घर से निकल रहे हैं तो अपने माथे पर हल्दी का तिलक जरूर लगाएं। ऐसा माना जाता है कि हल्दी का तिलक लगाकर शुभ कार्य के लिए निकलने से उस कार्य में सफलता प्राप्त होती है। साथ ही हल्दी का तिलक माथे पर लगाने से चेहरे पर निखार भी बढ़ता है।
– हल्दी का तिलक माथे पर लगाने से कार्य में उत्साह बढ़ता है और उस कार्य के सफल होने के मौके भी बढ़ जाते हैं। इसके अलावा, माथे पर हल्दी का तिलक लगाने से दिमाग शांत होता है और मानसिक बीमारियों से भी बचाव होता है।
– माथे पर हल्दी के तिलक लगाने से व्यक्ति के मनोबल और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।