रोचक जानकारी। दुनियाभर में आज कपल्स वेलेंटाइन डे मना रहे हैं। इस अवसर पर लोग अपने प्यार का इज़हार खास अंदाज में करते हैं और लाल गुलाब भेंट में देते हैं। इस दिन हर जगह लाल रंग ही देखने को मिलता है। ऐसे में मन में यह सवाल उठना लाजमी है कि दुनिया में इतने सारे रंग है, लेकिन प्यार का इज़हार हम लाल रंग के साथ ही क्यों करते हैं, पीला, गुलाबी या किसी अन्य रंग से क्यों नहीं? प्यार से जुड़ी हर चीजें, जैसे तोहफे, सजावट, ड्रेस, फूल सभी इसी रंग का क्यों होता है। प्यार का सिंबल ‘लाल’ रंग को ही क्यों सेलेक्ट किया गया। तो आइए जानते हैं इस सवाल से जुड़ी कुछ मजेदार बातों के बारे में।
दिल से जुड़ा है रिश्ता-
पहली वजह यह है कि लाल रंग का वास्ता दिल से जुड़ा है। प्यार और भावनाओं का केंद्र दिल माना जाता है और दिल को अक्सर एक ब्राइट रेड कलर के रूप में चित्रित किया जाता है। यही वजह है कि लाल रंग को प्यार का एक शक्तिशाली प्रतीक माना जाने लगा।
इच्छा और जुनून का प्रतीक-
दूसरा रिजन है कि लाल रंग को इच्छा और जुनून का प्रतीक भी माना जाता है। लाल रंग एक बोल्ड कलर है और आत्मविश्वास का प्रतीक भी है। यह एनर्जी और इमोशन जैसी भावनाओं को भी मोटिवेट करता है। यह पैशन और आवश्यकता को भी दर्शाता है। इसलिए प्यार का इज़हार करने के लिए लाल रंग एकदम परफेक्ट है।
सौभाग्य का प्रतीक-
तीसरी वजह कई संस्कृतियों में लाल को भाग्यशाली भी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह रंग सौभाग्य, प्यार और खुशी को आकर्षित करता है। इसलिए वेलेंटाइन डे के लिए यह रंग बिलकुल परफेक्ट कलर माना जाता है।
पुराना है इतिहास-
लाल रंग और प्यार का पुराना इतिहास है। लाल रंग सदियों से प्यार का सिंबल रहा है। दरअसल, 13वीं शताब्दी में प्रसिद्ध फ्रेंच कविता ‘रोमन डे ला रोज’ में इस बात का जिक्र है एक बगीचे में लेखक लाल रंग का फूल ढूंढ रहा है। उसकी कविता में लाल रंग का फूल उसके जीवन में स्त्री प्रेम की खोज का दर्शाता है।