हिमाचल प्रदेश। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू दशहरा के लिए दूरदराज के देवी-देवताओं ने कूच करना शुरू कर दिया है। जिले के सबसे अमीर देवता खुडीजल मंगलवार को लाव-लश्कर के साथ दशहरा के लिए रवाना हो गए हैं। 15 अक्टूबर से शुरू हो रहे दशहरा में इस बार नजराना राशि नहीं मिलेगी। इससे इस बार उत्सव में कम देवताओं के आने की उम्मीद है। अधिष्ठाता देव खुडीजल मंडी जिले के खौली और गाड़ागुशैणी होकर कुल्लू रवाना हुए हैं और मंगलवार को देवता का पहला पड़ाव खौली में होगा। कोट पझारी और चोतरू नाग बुधवार की सुबह देवालय से निकलेंगे। इधर बंजार और सैंज क्षेत्र के साथ ऊझी घाटी के देवता भी बुधवार को दशहरा के लिए निकलेंगे। सभी देवता 14 अक्टूबर की शाम को ढालपुर में अस्थायी शिविरों में पहुंच जाएंगे। जिला देवी-देवता कारदार संघ के महासचिव नारायण चौहान, कारदार भागे राम राणा और कारदार शेर सिंह ने कहा कि बाह्य सराज के करीब एक दर्जन देवता मेले में हिस्सा लेते हैं। खुडीजल मंगलवार सुबह 11 बजे कुल्लू के लिए निकल गए हैं। ढोल-नगाडों के साथ देवता दशहरा में भाग लेंगे। इधर, दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष और उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि दशहरा में आने वाले देवी-देवताओं का जिला प्रशासन स्वागत करेगा।