नई दिल्ली। जस्टिस एनवी रमण भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में आज अपने अंतिम दिन पांच हाई-प्रोफाइल मामलों में फैसला सुनाएंगे। CJI की विदाई की सबसे खास बात यह होगी कि सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार सेरेमोनियल बेंच की कार्यवाही का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
गुरुवार देर रात, सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने अदालत की वाद सूची को अपडेट किया। रात करीब साढ़े 11 बजे जारी की गई सूची में प्रधान न्यायाधीश द्वारा सुनाए जाने वाले पांच बड़े फैसले शामिल हैं। भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण, न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति सीटी रविकुमार की पीठ शुक्रवार की सुबह जिन पांच मामलों में फैसला सुनाएगी उसकी सूची इस प्रकार है-
- चुनावी मुफ्त योजना
- 2007 गोरखपुर दंगों पर याचिका
- कर्नाटक खनन मामला
- राजस्थान माइनिंग लीज इश्यू
- दिवालियापन कानून के तहत परिसमापन कार्यवाही पर विनियम
- चीफ जस्टिस ने गुरुवार को इन चार मामलों पर की थी सुनवाई
गुरुवार को चीफ जस्टिस ने इन चार मामलों पर की थी सुनवाई:-
1.चीफ जस्टिस ने ठंडे बस्ते में पडे़ पेगसस के मामले को सुना।
2.दूसरे नंबर पर पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले को सुना।
3.तीसरे नंबर पर चीफ जस्टिस रमना ने PMLA एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आई रिव्यू पिटीशन को सुना।
4. चौथे नंबर पर बिलकिस बानो के मामले पर सुनवाई हुई।
अपने कार्यकाल के दौरान 224 न्यायाधीशों को सफलतापूर्वक नियुक्त किया :-
चीफ जस्टिस रमण के कार्यकाल के दौरान सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने कई उच्च न्यायालयों में लगभग 224 न्यायाधीशों को सफलतापूर्वक नियुक्त किया और दिल्ली उच्च न्यायालय से संबंधित लगभग सभी नामों को मंजूरी दे दी। जस्टिस रमण ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान न्यायाधीशों की नियुक्ति और बुनियादी ढांचे से संबंधित मुद्दों को उठाया और आशा व्यक्त की कि वह कानूनी बिरादरी की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे।