काठमांडो। अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में भगवान रामलला के बाल रूप की स्थापना के लिए कालीगंडकी नदी से लाई गई दो विशाल ‘शिला’ जनकपुरधाम से सोमवार सुबह अयोध्या के लिए प्रस्थान करेगी। यह शिला शनिवार रात जनकपुर पहुंची है। नेपाल से मिलने वाले पत्थर से भगवान राम के बाल रूप का निर्माण होगा। पत्थर को इकट्ठा करने और भेजने में सक्रिय जानकी मंदिर के महंत रामतपेश्वर दास के मुताबिक, पत्थर को तराश कर भगवान राम का बाल रूप बनाया जाएगा और यह राम मंदिर के गर्भगृह में रखा जाएगा।
महंत रामतपेश्वर दास ने कहा कि राम मंदिर में जो मूल स्वरूप स्थापित किया जाएगा वह नेपाली शिला से तैयार होगा। उनके मुताबिक मूर्ति को एक साथ दो शिलाओं से बनाया जाएगा। जानकी मंदिर के महंत रामरोशन दास वैष्णव ने कहा कि पत्थर से 10 महीने के भीतर भगवान राम की प्रतिमा तैयार हो जाएगी।
राममंदिर के तीनों रास्तों को विकसित करने का काम तेजी से चल रहा है। ये तीन रास्ते रामपथ, रामजन्मभूमि पथ एवं भक्तिपथ हैं। इनमें से सुग्रीव किला से रामजन्मभूमि तक बन रहा जन्मभूमि पथ 31 मार्च तक तैयार हो जाएगा। इसका निर्माण 55 फीसदी पूरा हो चुका है।