Maha Kumbh Mela: पौष पूर्णिमा पर शुरू हुए महाकुंभ 2025 का आज पहला शाही स्नान किया जा रहा है. मकर संक्रांति के इस खास मौके पर कई अखाड़ों के नागा साधुओं ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई है. हालांकि महाकुंभ के शाही स्नान में सबसे पहले महानिर्वाणी के नागा साधुओं ने आस्था की डुबकी लगाई, इस दौरान संगम तट पर अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है.
हर-हर महादेव, जय श्रीराम के जयघोष करते हुए श्रद्धालु भी आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. वहीं, ‘स्नान’ क्षेत्र की ओर जाने वाले अखाड़ा मार्ग पर कड़ी सुरक्षा है. पुलिस, पीएसी, अखाड़ों के साथ घुड़सवार पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है.
इन अखाडें के संतों ने किया स्नान
बता दें कि अमृत स्नान के लिए अखाड़ों के संतों एवं नागाओं के स्नान का समय तय है. सबसे पहले महानिर्वाणी एवं अटल अखाड़े के संतों ने स्नान किया. इनके बाद निरंजनी एवं आनंद अखाड़ा, जूना, आवाहन एवं पंच अग्नि अखाड़ा के संतों ने स्नान किया.
महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान पुरी ने किया अमृत स्नान
इस दौरान मकर संक्रांति पर अमृत स्नान करने के बाद महानिर्वाण अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान पुरी ने कहा कि यहां बहुत भीड़ है, मगर सब कुछ जिस तरह से प्रवाहित होता है, वह अद्भुत है. हर कोई पवित्र स्नान के लिए जगह ढूंढ़ लेता है. मुझे लगता है कि यह सब यहीं देखना संभव है.
चरण रज लेने को अखाड़ा मार्ग पर देर रात से श्रद्धालुओं का डेरा
आपको बता दें कि अमृत स्नान को जाते समय नागा संन्यासियों की चरण रज लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने देर रात से ही अखाड़ा मार्ग पर डेरा डाल दिया. हालांकि यहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने कई बार उनको हटाया लेकिन, कुछ देर बाद दोबारा श्रद्धालु वहां आ जाते. देर रात तक हजारों श्रद्धालु अखाड़ा मार्ग पर डेरा डाले दिखाई दिए.
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