मणिपुर: मैरीकॉम ने की केंद्र सरकार से शान्ति और सुरक्षा की अपील

मणिपुर। महान बॉक्सिंग एमसी मैरीकॉम ने गुरुवार को केंद्र से मणिपुर में भड़की हिंसा को नियंत्रित करने में मदद की मांग की है। बता दें कि यहां एक आदिवासी आंदोलन के दौरान बुधवार को हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद सेना और असम राइफल्स को राज्य की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भेजा गया।

 

ट्विटर पर शेयर की तस्वीरें

मेडल विजेता बॉक्सर ने अपने ट्विटर पर राज्य में चल रहे हिंसा की तस्वीरें शेयर की। अपने इस पोस्ट में उन्होंने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी टैग करते हुए मैरीकॉम ने कहा- “मेरा राज्य जल रहा है, कृपया मदद करें।”

वहीं रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि सेना और असम राइफल्स को राज्य पुलिस के साथ रात में ही राज्य की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भेज दिया गया है। सुबह तक बल हिंसाकर्ताओं को गिरफ्तार करने में सक्षम रही।

केंद्र सरकार से शांति और सुरक्षा की मांग
भारत की महान महिला बॉक्सर मैरीकॉम  राज्यसभा की एमपी रह चुकी है। मैरीकॉम, अपने राज्य में भड़की इस हिंसा पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने सरकार से शांति और सुरक्षा की अपील की है। उन्होंने कहा- “मणिपुर की स्थिति देखकर बिलकुल भी अच्छा नहीं लग रहा है। पिछले रात से ही राज्य की स्थिति बिगड़ी हुई है। इस मामले में मैं केंद्र सरकार से अहम कदम उठाने और राज्य में शांति सुरक्षा प्रदान करने की मांग करती हूं। इस हिंसा में कई लोगों ने अपने परिवार खो दिए। राज्य की स्थिति जल्द से जल्द सामान्य होना चाहिए।”

 

गंभीर हो रही हिंसा

बता दें कि चुराचांदपुर जिले के तोरबंग इलाके में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर द्वारा बुलाए गए ‘आदिवासी एकजुटता रैली’ के दौरान बुधवार को हिंसा भड़की थी। यह मार्च इंफाल घाटी में रहने वाले गैर- आदिवासियों की अनुसूचित जनजाति की मांग के विरोध में निकाला गया था।

वहीं एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के द्वरा बताया गया कि इस रैली में हजारों आंदोलनकारियों ने हिस्सा लिया था। इस दौरान आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच झड़प हुई और यह हिंसा पूरे राज्य में फैल गई।

अबतक 4000 लोगों को हिंसाग्रस्त क्षेत्र से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रवक्ता ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए फ्लैग मार्च भी निकाला गया।

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