नेशनल हाईवे को चालू करने का काम तेजी से हुआ शुरू
हरियाणा। किसान आंदोलन स्थगित होने के बाद कुंडली बॉर्डर से किसानों के हटते ही नेशनल हाईवे (एनएच) 44 को चालू करने का काम तेजी से शुरू कर दिया गया है। करीब साढ़े आठ किलोमीटर के क्षेत्र में पत्थर व पक्के निर्माण हटाने और मरम्मत के लिए 10 से अधिक जेसीबी और हाइड्रा मशीनों को लगाया गया है। पहले दिन दोनों ओर के करीब 50 फीसदी बड़े गड्ढों को भरते हुए ऊबड़-खाबड़ हो चुके रोड को समतल किया गया। इस काम में एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने मशीनरी के साथ 150 से ज्यादा कर्मियों को लगाया है। उधर दिल्ली की ओर से भी बैरिकेड व कंक्रीट की दीवारों को हटाने का काम शुरू हो गया है। अधिकारियों का दावा है कि दो दिन बाद सर्विस लेन को चालू किया जाएगा। एनएच-44 पर कुंडली-सिंघु बॉर्डर से केजीपी-केएमपी के जीरो प्वाइंट तक करीब साढ़े आठ किलोमीटर के क्षेत्र में एक साल से आंदोलनकारी किसानों का जमावड़ा था। इतना ही नहीं पहले से एनएच-44 के चौड़ीकरण का काम चल रहा था। ऐसे में सर्विस रोड तक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके थे। दोनों ओर की सड़कों पर गहरे गड्ढे बन गए थे। साथ ही बॉर्डर पर कंक्रीट की दीवारों के कारण मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध रहा। अब जबकि ज्यादातर किसान लौट चुके हैं तो कुंडली में अगले ही दिन एनएचएआई ने अपना अमला मैदान में उतार दिया। एनएचएआई का लक्ष्य है कि 15 दिसंबर से पहले दोनों ओर के सर्विस रोड को आम वाहन चालकों को लिए तैयार कर दिया जाए। इसी दिशा में पहले दिन 10 से अधिक जेसीबी, हाइड्रा मशीनें व 150 लोगों को इस काम में लगाया गया है। एनजीटी के प्रतिबंध के चलते फिलहाल सड़कों की मरम्मत के लिए तारकोल का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। गड्ढों को भरने के लिए ड्राई मैटीरियल का इस्तेमाल किया जा रहा है। शाम तक 50 फीसदी से अधिक बड़े गड्ढों को भरा जा चुका था। मलबे के ढेरों को भी उठाया जा रहा है। माना जा रहा है कि दो-तीन दिनों में जीटी रोड के जरिये दिल्ली आवागमन शुरू हो सकेगा।