लाइफ स्टाइल। नकारात्मक विचार कई प्रॉब्लम्स का कारण बन जाते हैं जैसे एंग्जाइटी, डिप्रेशन, स्ट्रेस और आत्मविश्वास में कमी आदि। हमारे विचार, इमोशंस और व्यवहार सभी एक दूसरे से जुड़े होते हैं। इसलिए हमारे विचार इन बातों पर प्रभाव डालते हैं कि हम क्या सोच रहे हैं और क्या कर रहे हैं। हम सभी के मन में कभी न कभी नकारात्मक विचार आते हैं। अपने नकारात्मक विचारों को बदलने की कुंजी है यह समझना कि आप हम कैसे सोचते हैं? इस बारे में विचार कर अपने थॉट्स को बदलने का प्रयास करें या उनका प्रभाव कम करें।
क्या नेगेटिव थिंकिंग हमें बीमार कर सकती है?
हमारे शरीर के बाहरी जख्मों का उपचार आसानी से किया जा सकता है। जैसे उंगली पर चोट लगने पर तुरंत एंटी बैक्टीरियल क्रीम का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन, मेंटल प्रॉब्लम्स उस कट की तरह होती हैं, जिसका आपको तब तक पता ही नहीं चलता, जब तक वो आपके जीवन को प्रभावित न करने लगे या नासूर न बन जाए। नेगेटिव थिंकिंग हमें बीमार कर सकती है। नकारात्मक विचार एंजाइटी, डिप्रेशन, स्ट्रेस जैसी समस्याओं का कारण बनते हैं। अगर समस्या अधिक बढ़ जाए, तो इनका प्रभाव हमारे शरीर पर भी पड़ता है। डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम आदि का एक बड़ा कारण स्ट्रेस को भी माना जाता है।
नकारात्मक सोच से कैसे बचा जा सकता है?
-अपने नेगेटिव थॉट्स को पॉजिटिव विचारों से रिप्लेस करने की कोशिश करें। कुछ सकारात्मक सोचें।
-खुद अपने दोस्त बनें और अपने जीवन की समस्याओं को सुलझाने का प्रयास करें।
-दिमाग में नकारात्मक विचारों को जमा करने की जगह उन्हें लिखें।
-नई और अच्छी आदतों को अपनाएं।
-मैडिटेशन करें।
-अपने विचारों को शेयर करने की कोशिश करें।