New Delhi: दक्षिण-पश्चिम मानसून ने एकसाथ मुंबई और दिल्ली में दस्तक दी है। ऐसा दशकों में पहली बार हुआ है। अन्य राज्यों की बात करें तो पंजाब-हरियाणा और राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में अगले दो दिन में मानसून पहुंच जाएगा। वहीं, असम सहित भारत के अधिकतर हिस्सों में मंगलवार को मानसून सक्रिय रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, अगले पांच दिनों तक इसी तरह की स्थिति बनी रहने की संभावना है। इस बीच पहाड़ों पर भी बारिश जारी है। उत्तराखंड के सात पर्वतीय जिलों में बुधवार को भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
इन राज्यों में भारी से भारी बारिश
आईएमडी ने जानकारी दी कि अगले पांच दिनों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड के ज्यादातर इलाको में हल्की से मध्यम और कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। बताया कि हिमाचल प्रदेश में 29 जून तक, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 29 जून से 1 जुलाई तक, 29-30 जून को पूर्वी राजस्थान में, 28-29 जून को उत्तराखंड के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने गुजरात के कई इलाकों में अगले पांच दिन तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है।
आईएमडी ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून उत्तरी अरब सागर के अधिकतर भागों, गुजरात के शेष हिस्सों में आगे बढ़ा है और यह पूरे गुजरात में पहुंच चुका है। मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात के नवसारी, वलसाड जिलों और केंद्र शासित प्रदेश दमन और दादर नगर हवेली के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। अगले तीन दिन के दौरान दक्षिण, उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
केरल में अभी तक 65 फीसदी कम बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि केरल में अभी तक मानसून के दौरान सामान्य से कम बारिश हुई है। दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने सामान्य समय एक जून के मुकाबले एक सप्ताह की देरी से आठ जून को इस बार केरल पहुंचा। दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण इस अवधि में केरल में होने वाली सामान्य बारिश के मुकाबले इस साल 65 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। हालांकि, केरल में स्थित मौसम विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय की मानें तो दक्षिण-पश्चिमी हवा तेज हो रही है और आने वाले दिनों में अच्छी बारिश हो सकती है।