P20 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में यशोभूमि अधिवेशन केंद्र में G-20 के सदस्य देशों की संसदों के पीठासीन सभापतियों (P-20) के नौवें सम्मेलन का उद्घाटन किया. इसकी थीम एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लिए संसद रखी गई है. इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 9वें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) में प्रतिनिधियों का स्वागत किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि P20 समिट, उस भारत-भूमि पर हो रही है, जो मदर ऑफ डेमोक्रेसी है. P20 एक प्रकार से दुनिया भर की अलग-अलग संसदीय प्रथाओं का महाकुंभ है. आप सभी प्रतिनिधि अलग-अलग संसदीय कार्यशैली के अनुभवी हैं. आपका इतने समृद्ध लोकतांत्रिक अनुभवों के साथ भारत आना हम सभी के लिए बहुत सुखद है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सख्ती बरतनी ही होगी.
भारत में लोगों का संसदीय प्रक्रियाओं में भरोसा
पीएम मोदी ने कहा कि 2019 का आम चुनाव मानव इतिहास की सबसे बड़ी कसरत थी. इसमें 60 करोड़ वोटर शामिल हुए. तब भारत में 91 करोड़ पंजीकृत मतदाता थे, जो पूरे यूरोप की कुल आबादी से अधिक है. यह दिखाता है कि भारत में लोगों का संसदीय प्रक्रियाओं में कितना भरोसा है.
दो दिवसीय सम्मेलन में होंगे चार सेशन
बता दें कि इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के द्वारका स्थित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर ‘यशोभूमि’ में किया गया है. 13 और 14 अक्टूबर को आयोजित होने वाले P20 समिट में चार सेशन हैं. P20 समिट के दौरान भारत अपने लोकतांत्रिक इतिहास को दुनिया के समक्ष रखने वाला है. इसके माध्यम से दुनिया को समानता, भाईचारा और एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की जाएगी.
इस सम्मेलन में 25 देशों के प्रिजाइडिंग ऑफिसर और G20 सदस्य देशों के 10 डिप्टी स्पीकर शामिल हुए. लेकिन खालिस्तान विवाद के कारण कनाडा की स्पीकर रेमोंडे गैग्ने कार्यक्रम में नहीं शामिल हुई.