21वीं सदी में भारत की एक नई पहचान बनेंगे नए विकसित शहर: पीएम मोदी

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्‍यम से ‘शहरी नियोजन, विकास और स्वच्छता’ पर आयोजित वेबिनार को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा शहरी विकास में शहरी नियोजन और शहरी शासन दोनों की बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा शहरों की खराब नियोजन या योजना बनने के बाद उसका सही इम्प्लिमेंट न होना हमारी विकास यात्रा के सामने बड़ी चुनौतियां पैदा कर सकता है।

पीएम मोदी ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि आजादी के बाद हमारे देश में कुछ ही सुनियोजित शहरों का निर्माण हुआ। उन्होंने कहा- ये दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद हमारे देश में एक्का-दुक्का ही नियोजित शहर बने। आजादी के 75 वर्षों में देश में 75 नए और बड़े नियोजित शहर बने होते तो आज भारत की तस्वीर कुछ और ही होती। हमारी सरकार ने अपने प्रत्येक बजट में शहरी विकास पर विशेष ध्यान दिया है। वर्तमान बजट ने एक महत्वपूर्ण आवंटन को मंजूरी दी है और मुझे पूरी उम्मीद है कि यह देश में एक महान शहरी नियोजन की शुरुआत करेगा।

पीएम मोदी ने कहा कि जो नए शहर विकसित हो रहे हैं, वे 21वीं सदी में भारत की एक नई पहचान बनाएंगे। भारत के तेजी से शहरीकरण के साथ, भविष्य के बुनियादी ढांचे का निर्माण करना महत्वपूर्ण है।

पीएम मोदी ने आगे कहा भारत में शहरी विकास के दो प्रमुख पक्ष है-नए शहरों का विकास और पुराने शहरों में पुरानी व्यवस्थाओं का आधुनिकीकरण। इसी विजन को सामने रखते हुए हमारी सरकार ने हर बजट में शहरी विकास को बहुत महत्व दिया है। उन्होंने कहा इस बजट में शहरी नियोजन के मानकों के लिए 15000 करोड़ रुपए का इंसेंटिव तय किया है। इससे देश में योजना और व्यवस्थित शहरीकरण की नई शुरुआत होगी और इसे गति मिलेगी।

इन तीन सवालों पर करें फोकस- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि इस वेबिनार के अलग-अलग सत्र में आप 3 सवालों पर जरूर फोकस करे। पहला- राज्यों में अर्बन प्लानिंग इकोसिस्टम को कैसे मजबूत किया जाए। दूसरा- निजी सेक्टर में उपलब्ध विशेषज्ञता का शहरी नियोजन में कैसे सही इस्तेमाल हो। तीसरा-ऐसे उत्कृष्टता केंद्र का कैसे विकास किया जाएं जो शहरी नियोजन को नए लेवल पर लेकर जाएं।

उन्‍होने कहा कि आज भारत परिपत्र अर्थव्यवस्था को शहरी विकास का बड़ा आधार बना रहा है। हमारे देश में हर दिन हजारों टन नगर निगम का अपशिष्ट पैदा होता है। 2014 में देश में सिर्फ 14-15% अपशिष्ट प्रसंस्करण होती थी, आज 75% अपशिष्ट प्रक्रिया हो रही है।

पीएम मोदी ने कहा कि अमृतकाल में शहरी नियोजन ही हमारे शहरों का भाग्य निर्धारित करेगी। उन्होंने कहा- अमृत काल में शहरी नियोजन ही हमारे शहरों का भाग्य निर्धारित करेगी और भारत के सुनियोजित शहर ही भारत के भाग्य को निर्धारित करेंगे। जब प्लानिंग बेहतर होगी तभी हमारे शहर जलवायु लचीला और जल सुरक्षित बनेंगे। उन्‍होने कहा कि हमारे शहर क्लाइमेट रेजिलिएंट और वाटर सिक्योर तभी बनेंगे जब प्लानिंग बेहतर होगी। हमारी सरकार ने अपने प्रत्येक बजट में शहरी विकास पर विशेष ध्यान दिया है। वर्तमान बजट में इसके लिए महत्वपूर्ण राशि स्वीकृत की गई है और मुझे पूरी उम्मीद है कि यह देश में एक अच्छी योजना और एक सुव्यवस्थित शहरी क्षेत्र की शुरुआत करेगा।

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