गोवा। अगले साल होने वाले गोवा विधानसभा चुनावों के लिए सुगबुगाहट तेज हो गई है। सभी दलों ने चुनावों के लिए कमर कसनी भी शुरू कर दी है। कांग्रेस पार्टी ने भी विधानसभा चुनावों में एनसीपी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ गठबंधन के लिए बातचीत करनी शुरू कर दी है। इस मामले में पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने बताया कि सभी दलों का मानना है कि गोवा को भाजपा के नेतृत्व वाली ‘भ्रष्ट और सांप्रदायिक’ सरकार से छुटकारा दिलाने की जरूरत है। पार्टी 2017 में की गई गलतियों को दोबारा नहीं दोहराएगी। दिनेश गुंडू राव ने कहा कि अगर यह गठबंधन सफल होता है तो राज्य को पांच सालों तक के लिए एक स्थिर सरकार मिलेगी। दरअसल 2017 में गोवा विधानसभा चुनावों के परिणामों में कांग्रेस 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। भाजपा को इस चुनाव में केवल 13 सीटें मिली थी। इसके बावजूद भी भाजपा ने क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन कर के दिवंगत मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में राज्य में अपनी सरकार बना ली थी। इस वक्त कांग्रेस ने गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के साथ गठबंधन करने से इंकार कर दिया था। हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक लुइज़िन्हो फलेरियो भी टीएमसी में शामिल हो गए हैं।