नई दिल्ली। देश में औद्योगिक उत्पादन कमजोर हुआ है। अक्टूबर महीने में इसकी रफ्तार मामूली रूप से धीमी पड़ गई है। औद्योगिक उत्पादन का सूचकांक (आईआईपी) में यह अक्टूबर में 3.2 फीसदी की दर से बढ़ा है, जबकि सितंबर में यह ग्रोथ 3.3 फीसदी थी। इससे पिछले महीनों की बात करें तो अगस्त में आईआईपी में 12 फीसदी की बढ़त आई थी। यही नहीं एक साल पहले की समान अवधि की बात करें तो अक्तूबर 2020 में आईआईपी में 4.5 की बढ़त दर्ज की गई थी। औद्योगिक उत्पादन की रफ्तार दर्शाने वाले प्रमुख सूचकांकों कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के उत्पादन में खासी गिरावट आई है। कैपिटल गुड्स के उत्पादन में पिछले साल साल की समान अवधि की तुलना में 1.1 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के उत्पादन की बात करें तो यह 6.1 फीसदी की दर से गिरा है। आंकड़ों को देखें तो माइनिंग छोड़ बाकी सभी क्षेत्रों में प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। माइनिंग क्षेत्र में 11.4 फीसदी की दर से बढ़ोतरी हुई है।