Odisha Weather: देश में एक बार फिर मौसम में बदलाव देखा जा रहा है. दरअसल बंगाल की खाड़ी में निम्न कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. मौसम विभाग के अनुसार, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्रों पर ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण स्थित है. इसके प्रभाव के वजह से बंगाल की दक्षिणपूर्व खाड़ी और आसपास के अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है.
सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए आईएमडी भुवनेश्वर ने कहा कि संबंधित चक्रवाती परिसंचरण ऊपरी क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की तरफ झुका हुआ है. मौसम विभाग ने कहा, 16 नवंबर, 2023 के आसपास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक दबाव में तब्दील होने के आसार है. इसके वजह से मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल सकता है.
ये भी पढ़ें:- Muzaffarnagar: ट्रक में पीछे से जा घुसी तेज रफ्तार कार, छह दोस्तों की गई जान
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो, 16 नवंबर को गंजाम, जगतसिंहपुर, पुरी, भद्रक और कटक जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. 17 नवंबर को बालासोर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, क्योंझर, मयूरभंज, खुर्दा, पुरी और ढेंकनाल जिलों में एक या दो स्थानों पर बिजली के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है. वहीं तमिलनाडु में भारी बारिश को देखते हुए तंजौर, तिरुवरूर, अरियालुर, मयिलादुथुराई, विल्लुपुरम, कुड्डालोर समेत कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. वहीं ओडिशा सरकार ने सात तटीय जिलों के कलेक्टरों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया है कि कोई भी मछुआरें समुद्र में न जाएं. प्रदेश के बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगसिंहपुर, खुर्दा और गंजत जिला अधिकारियों को पत्र द्वारा निर्देशित किया गया है कि मछुआरों को 15 नवंबर से समुद्र में न जाने दें.
ये भी पढ़ें:- LU: टूटी 103 साल पुरानी परंपरा, महिला शिक्षिका को मिली पुरुष छात्रावास की जिम्मेदारी