नई दिल्ली। आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी, समुद्री डकैती और जलवायु परिवर्तन को हिंद प्रशांत क्षेत्री की उभरती चुनौतियां बताते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अपने जलक्षेत्र के वैध अधिकारों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हिंद प्रशांत में संसाधनों की प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है। इसके विभिन्न देशों पर व्यापक प्रभाव पड़ रहे हैं और इनसे निपटने के लिए सहयोगात्मक प्रतिक्रिया की जरूरत है। हिंद प्रशांत क्षेत्र को लेकर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत नियम आधारित नौवहन व्यवस्था को बनाये रखते हुए विशिष्ठ आर्थिक क्षेत्र में वैध अधिकारों एवं हितों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। ऐसे में सतत समृद्धि को कायम रखने के लिए आवश्यक है कि इस क्षेत्र की नौवहन क्षमता को प्रभावी, सहयोगी और सहकारी रूप से उपयोग किया जाए। हिंद प्रशांत में चीन की बढ़ती दखल और विस्तारवादी रवैये को लेकर वैश्विक चिंताओं के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत समुद्री कानून पर संयुक्त राष्ट्र संधि 1982 के तहत सभी देशाें के अधिकारों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है।