नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार की देर रात देश को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे और उनके उपायों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि कोरोना के ओमिक्रन वैरिएंट के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में सभी देशवासियों को सावधान रहने की जरूरत है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में देश के छात्रों को भी बड़ी सौगात दी है। पीएम मोदी ने बताया कि अब सरकार 15 से 18 साल के किशोरों के लिए देश में वैक्सीनेशन अभियान शुरू करेगी। इसकी शुरूआत 3 जनवरी 2022 से की जाएगी। इससे स्कूल-कॉलेजों में जा रहे बच्चों और उनके माता-पिता की चिंता भी दूर होगी।
कुछ ही महीनों में देश भर में सीबीएसई और अन्य राज्यों की बोर्ड द्वारा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं भी शुरू की जाने वाली है। इसके अलावा भी कई अन्य ऐसी परीक्षाएं होंगी, जिसमें 15 से 18 वर्ष के किशोर बड़ी संख्या में भाग लेंगे। ऐसे में सरकार का 15 से 18 साल के किशोरों को वैक्सीन देने का फैसला परिजनों के लिए राहत भरी खबर है। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स का देश को सुरक्षित रखने में बहुत बड़ा योगदान है।
वे आज भी कोरोना के मरीजों की सेवा में अपना बहुत समय बिताते हैं। इसलिए एहतियात की नजर से सरकार ने निर्णय लिया है कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) देना भी शुरू किया जाए। इसकी शुरूआत सोमवार 10 जनवरी 2022 से की जाएगी।
पीएम मोदी ने आगे बताया कि अब तक का अनुभव है कि जो अधिक आयु वाले हैं और जो पहले से किसी न किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें सावधानी बरतने की जरूरत है। वहीं 60 वर्ष से ऊपर की आयु के गंभीर रोगियों को उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की एहतियाती खुराक का विकल्प उपलब्ध होगा।
यह भी 10 जनवरी से शुरू होगा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि देश की कुल व्यस्क जनसंख्या में से 61 फीसदी को टीके की दोनों डोज लग गई है। वहीं करीब 90 फीसदी को टीके की एक डोज लग चुकी है।