नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज साल 2022 का अंतिम ‘मन की बात’ कर रहे हैं। दिसंबर के अंतिम रविवार को अपने मासिक रेडियो प्रसारण में उन्होंने आज क्रिसमस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने देशवासियों से ईसा मसीह की सीख को याद रखने का आह्वान किया। उन्होंने स्तन कैंसर पर टाटा मेमोरियल की योग संबंधी रिसर्च, अटलजी और ऐतिहासिक हर घर तिरंगा अभियान का भी जिक्र किया।
पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, ‘प्यारे देशवासियों, आज दुनियाभर में धूमधाम से क्रिसमस का त्योहार मनाया जा रहा है। ये ईसा मसीह के जीवन और उनकी सीख को याद करने का दिन है। मैं आप सभी को क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं।’
पीएम मोदी ने पूर्व पीएम अटलजी को याद करते हुए कहा, ‘आज हम सभी के श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्मदिन है। वे एक महान राजनेता थे, जिन्होनें देश को असाधारण नेतृत्व दिया। हर भारतवासी के हृदय में उनके लिए एक खास स्थान है।
स्वास्थ्य की कई चुनौतियों पर विजय पाई:-
कोरोना को लेकर फिर बढ़ रही आशंकाओं के बीच पीएम मोदी ने कहा, ‘बीते कुछ वर्षों में हमने स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी कई बड़ी चुनौतियों पर विजय पाई है। इसका पूरा श्रेय हमारे चिकित्सा विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और देशवासियों की इच्छाशक्ति को जाता है। मेरा आपसे भी आग्रह है कि योग, आयुर्वेद और हमारी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों से जुड़े हुए ऐसे प्रयासों के बारे में अगर आपके पास कोई जानकारी हो तो उन्हें सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करें।’
टाटा मेमोरियल की शोध का किया जिक्र:-
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल अस्पताल का खासतौर से जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘आप सभी ने मुंबई के इस संस्थान के बारे में जरूर सुना होगा। इस संस्थान ने शोध, नवोन्मेष, और कैंसर केयर के क्षेत्र में बहुत नाम कमाया है। इस केंद्र द्वारा की गई एक गहन शोध में सामने आया है कि स्तन कैंसर के मरीजों के लिए योग बहुत ज्यादा असरकारी है।
पीएम मोदी ने कहा कि कई और बीमारियों में भी योग के लाभ को लेकर अध्ययन किए जा रहे हैं। इनमें हृदय रोग, अवसाद, नींद की बीमारी और गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को होने वाली समस्याएं शामिल हैं।
नहीं भूल सकते हर घर तिरंगा अभियान:-
पीएम मोदी ने कहा कि विदा हो रहे वर्ष 2022 में देशवासियों ने एक और अमर इतिहास लिखा है। अगस्त के महीने में चला ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को कौन भूल सकता है। वो पल जब हर देशवासी के रौंगटे खड़े हो जाते थे। आजादी के 75 वर्ष के इस अभियान में पूरा देश तिरंगामय हो गया।
कोरोना काल में दिख रहा योग व आयुर्वेद का महत्व:-
हाल में गोवा में संपन्न विश्व आयुर्वेद सम्मेलन गोवा को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि मैंने उसमें शिरकत की थी। इसमें 40 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि आए थे। इसमें 550 से अधिक शोध पत्र पेश किए गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह कोरोना वैश्विक महामारी के इस समय में योग और आयुर्वेद की शक्ति को हम सभी देख रहे हैं, उसमें इनसे जुड़ी प्रामाणिक रिसर्च बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगी।उन्होंने कहा कि भारत सहित दुनियाभर की करीब 215 कंपनियों ने गोवा आयुर्वेद सम्मेलन में अपने उत्पाद प्रदर्शित किए। चार दिनों तक चले इस आयुर्वेद एक्सपो में एक लाख से भी अधिक लोगों ने आयुर्वेद से जुड़े अपने साझा किए।
अद्भुत रहा वर्ष 2022:-
पीएम मोदी ने अलविदा हो रहे वर्ष 2022 को लेकर कहा कि यह कई मायने में बहुत प्रेरक और अद्भुत रहा। इस वर्ष भारत ने अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे किए और अमृतकाल का प्रारंभ हुआ। इस साल देश ने नई रफ्तर पकड़ी और सभी देशवासियों ने एक से बढ़कर एक काम किए।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 एक और कारण से हमेशा याद किया जाएगा। ये है, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना का विस्तार। देश के लोगों ने एकता और एकजुटता को प्रदर्शित करने के लिए भी कई अद्भुत आयोजन किए।