रेलवे ने वापस लिया लोकल ट्रेनों का बढ़ा किराया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पूर्वी रेलवे ने यात्रियों के विरोध के बाद मंगलवार को मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (मेमू) और कुछ अन्य ट्रेनों में लोकल ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू करने के बाद से बढ़ा हुआ किराया वापस ले लिया। लगभग छह महीने के अंतराल के बाद, अंतर-राज्यीय उपनगरीय ईएमयू और अन्य स्थानीय ट्रेन सेवाएं रविवार से फिर से शुरू हो गईं, जब पश्चिम बंगाल सरकार ने उन्हें कोविड-19 सुरक्षा दिशा-निर्देशों के हिस्से के रूप में 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता पर चलाने की अनुमति दी। रेलवे ने एक बयान में कहा कि 31 अक्‍टूबर, 2021 को पश्चिम बंगाल में इंट्रा-स्टेट यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने के बाद ईआर (पूर्वी रेलवे) पर मेमू / डेमू और कम दूरी की इंट्रा-स्टेट पैसेंजर ट्रेनों के लिए अतिरिक्त किराए को वापस ले लिया गया है। इसलिए यात्रियों को पुराना किराया ही देना होगा। यात्रियों ने किराए में वृद्धि के खिलाफ मंगलवार को ईआर क्षेत्राधिकार के कई स्टेशनों पर विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं स्थानीय ट्रेन सेवाओं के फिर से शुरू होने पर इनमें कोविड सुरक्षा मानदंडों की अनदेखी कर धज्जियां उड़ाई जाती रहीं। दूसरे सप्ताह के दिन मंगलवार को सुबह और शाम के व्यस्त घंटों के दौरान उपनगरीय ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ देखी गई। ईआर के एक अधिकारी ने कहा कि अधिकांश रेलवे स्टेशनों पर सामाजिक दूरी बनाए रखने और अनिवार्य रूप से फेस मास्क पहनने की घोषणा की गई थी। हालांकि, यात्रियों के एक वर्ग ने इन पर ध्यान नहीं दिया और बिना मास्क पहने और कोचों के दरवाजों पर भीड़ लगाते देखे गए। अधिकारी ने कहा कि ईआर के हावड़ा और सियालदह डिवीजनों के विभिन्न स्टेशनों पर और रेलवे स्टेशनों पर पिछले दो दिनों की तरह मंगलवार को कई सौ यात्रियों को दंडित किया गया है।

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