बिहार। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारत के पहले पूर्व शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद को उनकी जयंती पर पटना के 1 ऐनी मार्ग पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने में उनकी बेजोड़ भूमिका को याद किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महान नेता अबुल कलाम की जयंती पर आयोजित एक समारोह के मौके पर यहां पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के बारे में अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों की सेवा करने का अवसर मिलने के बाद, हमने उस दिन को शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया और 2007 में ऐसा करना शुरू किया। आगे कहा कि यह बिहार के लिए गर्व की बात है कि हमारे सुझाव को देश भर में स्वीकार किया गया था। केंद्र और 2008 के बाद से देश इस दिन शिक्षा दिवस मना रहा है। शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद ने विभाजन के दंगों के बाद मुसलमानों के बड़े पैमाने पर पलायन को रोकने में आजाद द्वारा निभाई गई भूमिका को याद किया।