धर्म। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सबसे धीमे कहे जाने वाले ग्रह शनि देव, 6 मार्च को अपनी ही मूल त्रिकोण राशि कुम्भ में उदय हो रहे हैं। उनके उदय होने से 3 राशियों को अपार सफलता प्राप्त होगी। इन राशिओं की किस्मत चमकेगी। तो आइये जानते हैं वो 3 राशियां कौन सी हैं।
वृष राशि – इस राशि के लिए शनि नवें और दशम भाव के स्वामी होकर प्रबल राजयोग कारक कहे गए हैं। दशम भाव में शनि का उदय होना इन जातकों के लिए अपार सफलता देने वाला होगा। शनि के उदय होने से इस राशि के जातकों को अब भाग्य का पूरा साथ मिलने वाला है। इस समय नौकरीपेशा जातकों के जीवन में एक नया बदलाव देखने को मिल सकता है। इस समय आपको किसी गुरु के सानिध्य में धार्मिक यात्रा पर भी जाने का मौका मिल सकता है। इस समय व्यापारी वर्ग को अच्छी उन्नति मिलेगी और आपका सम्मान भी बढ़ेगा।
कन्या राशि – इस राशि के लिए शनि देव का उदय छठे भाव में होगा जो कि रोग, ऋण और शत्रु का भाव है। इस भाव में शनि के उदय होने से आपको गुप्त शत्रुओं से निजात मिलने के योग दिखाई दे रहे हैं। इस समय यदि आप अपनी कम्पनी की ओर से विदेश जा रहे हैं तो आपको यक़ीनन काम में सफलता मिलेगी। जो जातक नौकरी बदलने की सोच रहे हैं उन्हें भी शनि देव की कृपा से बढ़िया नौकरी मिल जाएगी। छात्र वर्ग यदि शोध के लिए विदेश जाना चाहते हैं तो समय अनुकूल हैं।
धनु राशि – इस राशि के जातकों के लिए शनि देव का उदय तीसरे भाव में होगा जो की संचार का भाव है। इस भाव में शनि का उदय होना आपकी संवाद कला के लिए बेहतर है। इस समय आपका साहस भी बढ़ा हुआ रहेगा और आपकी काम के सिलसिले में की गई यात्राएं भी सफल होगी। इस समय आपको सलाह दी जाती है कि अपने छोटे भाई बहनों के साथ किसी भी किस्म का मनमुटाव न करें। शनि के उदय होने से आपको निवेश मिल सकता है। इस समय पिता की सहायता से कोई अटका काम पूरा हो सकता है।