सीढ़ियां ले जाएंगी उन्नति की ओर, इन वास्तु नियमों का रखें ध्यान…
वास्तु। हर व्यक्ति चाहता है कि वह दिन दूनी और रात चौगुनी तरक्की करे व अपने जीवन में सफलता की सीढ़ियां चढ़े। इसके लिए मेहनत करना तो आवश्यक होती ही है साथ ही यदि कुछ बातों को ध्यान में रखा जाए तो आप सफलता के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं। वास्तु में खुशहाली, तरक्की और उन्नति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। यदि इन बातों को ध्यान में रखा जाए तो स्वंय के साथ परिवार के अन्य सदस्यों को भी सफलता व तरक्की प्राप्त होती है। हमारे घर की सीढ़ियां एक महत्पूर्ण स्थान होता है, सीढ़ियां हमें ऊपर की ओर लेकर जाती हैं, इसलिए माना जाता है कि सीढ़ियों में दोष का प्रभाव हमारी उन्नति पर भी पड़ता है। वास्तु में सीढ़ियों को लेकर भी महत्वपूर्ण नियम बताए गए हैं यदि आपके घर में सीढ़ियां सही प्रकार से बनी हुई हैं तो ये आपको उन्नति के शिखर तक ले जा सकती हैं। यदि घर में सीढ़ियां सही प्रकार से न बनी हो तो कार्यों में बाधाओं का सामना करना पड़ता है आर्थिक समस्याएं आने लगती हैं। अनुसार कैसी होनी चाहिए साढ़ियां:- वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में सीढ़ियां बनवाने के लिए नैऋत्य कोण यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा उत्तम रहती है या फिर उत्तर-पश्चिम दिशा में साढ़ियां बनवानी चाहिए। इससे घर में के सदस्यों की प्रगति होती है। सीढ़ियां प्रगति का प्रतिनिधित्व करती हैं इसलिए सीढ़ियों को हमेशा क्लॉकवाइज घुमाव में बनवाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसी सीढ़ियां उन्नति की ओर ले जाती हैं। इस बात का ध्यान रखना चाहिए की सीढ़ियों की संख्या कभी सम में नहीं होनी चाहिए, सीढ़िया हमेशा विषम सख्यां जैसे 7, 11, 21 आदि। इससे परिवार के सदस्यों की तरक्की होती है। यदि आपके मकान में ऊपरी मंजिल पर कोई किराएदार है और आप नीचे रहते हैं तो अपने मुख्य द्वार के सामने सीढ़ियां न बनवाएं। कहा जाता है कि इससे ऊपरी मंजिल पर रहने वालों की तरक्की होती है किंतु आपकी तरक्की में बाधाएं उत्पन्न होने लगती हैं। घर में बनी हुई सीढ़ियों के नीचे यदि खाली स्थान है तो उसके नीचे कभी भी उसके नीचे बाथरुम, टॉयलेट या रसोई नहीं बनवानी चाहिए। इसके अलावा एक्वेरियम भी सीढ़ियों के नीचे नहीं रखना चाहिए। सीढ़ियों में यदि कोई वास्तु दोष है और उसे तोड़ा नहीं जा सकता है तो सीढ़ियों के नीचे पिरामिड रखना चाहिए इससे वास्तु दोष की समस्या दूर होती है।