योग। शरीर के बेहतर फिटनेस के लिए हर उम्र के लोगों को अपनी दिनचर्या में योग-व्यायाम को शामिल करना चाहिए। आपको बता दें कि व्यायाम की आदत बनाकर कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है, हालांकि समय की कमी के कारण अक्सर लोगों के लिए रोजाना जिम जा पाना काफी कठिन टास्क होता है, ऐसे लोगों को घर पर रहकर ही योग के अभ्यास की सलाह दी जाती है।
शोध से पता चला है कि योग, वजन घटाने से लेकर पीरियड्स के दर्द को कम करने, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और सुचारू पाचन सुनिश्चित करने में आपकी मदद कर सकता है। साथ ही, योग पोज़ करने के लिए आपको वास्तव में विशेष वर्कआउट गियर या बहुत अधिक स्थान की आवश्यकता भी नहीं होती है। योग विशेषज्ञ कहते हैं, दिनचर्या में कुछ आसान से अभ्यास को शामिल करके ओवरऑल फिटनेस को बेहतर किया जा सकता है। तो आइए ऐसे ही कुछ अभ्यासों के बारे में जानते हैं...
नौकासन योग की सभी बनाएं आदत:- इस योग का अभ्यास हर उम्र के लोगों के लिए लाभकारी मानी जाती है। इस योग को करने के लिए अपने पैरों को एक साथ जोड़कर पीठ के बल लेट जाएं। अपने हाथों को जांघों पर या जांघों के बगल में रखें। अब गहरी श्वास लेते हुए सिर और पैरों को फर्श से एक सीधी रेखा में 30 डिग्री के कोण पर उठाएं। पंजों को ऊपर की ओर रखें। यह आसन पेट की मांसपेशियों की कार्यक्षमता को बढ़ाने के साथ पाचन के लिए अच्छा है। पेट की चर्बी को कम करने और अग्नाश्य को उत्तेजित कर शुगर लेवल को ठीक रखने में भी इस अभ्यास के लाभ देखे गए हैं।
पश्चिमोत्नासन योग का करें अभ्यास:- इस योग को करने के लिए पैरों को बिल्कल सीधा रखते हुए इसे नाक से छूने की कोशिश की जाती है। पश्चिमोत्तानासन योग काल्फ और हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों को फैलाता है, जिससे रक्त का परिसंचरण बेहतर होता है। यह रीढ़ को स्ट्रेच करने और तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने का भी अभ्यास है। पेट के अंगों को स्वस्थ रखने और इससे अतिरिक्त फैट को कम करने में पश्चिमोत्नासन योग के नियमित अभ्यास की आदत आपके लिए विशेष लाभकारी हो सकती है।
प्लैंक पोज से लाभ:- प्लैंक पोज रक्त के परिसंचरण को ठीक रखने के साथ पेट के अंगों के लिए काफी कारगर माना जाता है। इस अभ्यास के लिए पेट के बल लेट जाएं और कोहनियों को कंधों के नीचे लाएं। पुश-अप पोजीशन में आ जाएं और अपने फोरआर्म्स को जमीन पर रखें। गहरी श्वास लें और अपने हाथों और पैर की उंगलियों के सहारे शरीर को फर्श से ऊपर उठाएं। इसी मुद्रा में बने रहने की कोशिश करें। यह आसन कोर को मजबूत करने का एक शानदार तरीका है। यह पेट से फैट को कम करके आपके एब्स, बट और जांघों के लिए भी कारगर माना जाता है। इस योग के अभ्यास से संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया जा सकता है।