हरियाणा। हरियाणा के कई जिलों में हुई बारिश से मंडियों में खुले में पड़ा लाखों मीट्रिक टन धान भीग गया। साथ ही खेतों में खड़ी फसल बारिश के कारण जमीन पर गिरने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। रविवार को बूंदाबांदी के कारण धान की खरीद और उठान भी बाधित हुआ। अंबाला में 19 और गुरुग्राम-यमुनानगर में 10-10 एमएम बारिश दर्ज की गई। मंडियों में फसल बचाने के लिए तिरपाल आदि की व्यवस्था नहीं दिखी। किसान खुद ही बचाव में जुटे दिखे। बारिश से अब किसानों को और परेशानी झेलनी पड़ेगी, क्योंकि इस बार पहले से ही धान में नमी है और अब कई दिन तक उनको खरीद के लिए इंतजार करना होगा। प्रदेश की करीब 200 अनाज मंडियों में 2.89 लाख मीट्रिक टन धान की फसल पड़ी है। अब तक 29.60 मीट्रिक टन धान की आवक हो चुकी है, जबकि इसमें से 26.71 लाख एमटी की खरीद हो चुकी है। रविवार को करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर और पानीपत में खरीद न के बराबर हुई। हालांकि, मौसम के चलते उठान भी कम हो पाया। कुछ इसी प्रकार के हालात, हिसार और रोहतक जोन के रहे।