नई-दिल्ली। सेना दिवस से पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने कहा कि इस बार का आयोजन बहुत खास है। क्योंकि, यह आजादी का 75वां साल है। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर सवालों के जवाब दिए। सेना प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति के बारे में कहा, फरवरी 2021 में हुआ संघर्ष विराम वहां पर अच्छी तरह से जारी है, लेकिन आतंकवाद और आतंकी ढांचे को सीमा पार से समर्थन अभी भी बना हुआ है। उन्होंने कहा कि उत्तरी सीमाओं पर स्थिति स्थिर है लेकिन अप्रत्याशित है। हम सात मुद्दों में से पांच को हल करने में सफल रहे हैं। हमने सैन्य और राजनयिक दोनों स्तरों पर बात करना जारी रखा हुआ है। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास पर्याप्त भंडार है।
उन्होंने पूर्वोत्तर की स्थिति के बारे में कहा कि पूर्वोत्तर के अधिकांश राज्यों में शांति है। आर्थिक गतिविधियों और विकास की पहल के बेहतर परिणाम मिले हैं। दिवस के बारे में कहा कि यह सेना दिवस इसलिए भी खास है, क्योंकि यह आजादी का 75वां साल है। सेना प्रमुख ने कहा, उत्तरी सीमा पर विरोधी पक्ष की ओर से तैनाती जारी है। हमारे पास बराबर संख्या में सैनिक हैं। हमारी पूर्वी कमान के विपरीत चीन द्वारा सैनिकों की संख्या में मामूली वृद्धि हुई है लेकिन हम कड़ी नजर रख रहे हैं।
सेना में होंगे कई बदलाव :-
सेनाध्यक्ष ने कहा, महिला अधिकारियों को भारतीय सेना की कोर ऑफ आर्टिलरी में कमीशन दिया जाएगा। इसके लिए हमने सरकार को प्रस्ताव भेजा है और हमें उम्मीद है कि इसे स्वीकार किया जाएगा। हमारे पास आर्मी मार्शल आर्ट्स रूटीन (AMAR) भी है, जो युद्ध की स्थितियों से निपटने में सहायता करेगा। यह देश में विभिन्न मार्शल आर्ट का एक समामेलन है। सेना प्रमुख ने कहा कि हमने भारतीय सेना में कई बदलाव करने का फैसला किया है और यह अनिवार्य रूप से बल पुनर्गठन और अनुकूलन, आधुनिकीकरण और प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन प्रबंधन से शुरू होने वाले पांच प्रमुख डोमेन में फैला हुआ है।