नई दिल्ली। आतंकी फंडिंग के खिलाफ आज पीएम नरेन्द्र मोदी ने ‘नो मनी फॉर टेरर’ अंतर्राष्ट्रीय मंत्रीस्तरीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस मौके पर गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, यह बड़ी बात है कि यह सम्मेलन भारत में हो रहा है। उन्होंने कहा, दशकों तक हमारे देश को आतंकवाद ने चोट पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन हमने इसके खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी।
आतंक का खात्म होने तक चैन से नहीं बैठेंगे:-
पीएम मोदी ने कहा, हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक आतंकवाद का खात्मा नहीं हो जाता। उन्होंने कहा, लंबे समय से आतंकवाद का असर गरीबों और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। चाहे वह पर्यटन हो या व्यापार का क्षेत्र। कोई भी उस इलाके को पसंद नहीं करता जहां लगातार आतंकवार का खतरा बना रहता है। इससे लोगों की रोजी-रोटी छिन रही है। यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण है कि हम आतंकवाद के वित्तपोषण की जड़ पर प्रहार करें।
इशारों में पाकिस्तान को घेरा:-
पीएम मोदी ने कहा, आतंकवाद मानवता, स्वतंत्रता और सभ्यता पर हमला है। यह किसी भी देश की सीमा को नहीं पहचानता है। उन्होंने कहा, अगर आतंकवाद को हराना है तो हमें एकजुटता और शून्य-सहनशीलता का दृष्टिकोण अपनाना होगा। पीएम ने कहा, यह सभी जानते हैं कि आतंकवादी संगठनों को कई स्रोतों से धन प्राप्त होता है। इसका एक स्रोत किसी एक देश का समर्थन भी है। कुछ देश अपनी विदेश नीतियों के तहत आतंकवाद का समर्थन करते हैं। वे उन्हें राजनीतिक, वैचारिक और वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा, आतंकी फंडिंग के स्रोतों में से एक संगठित अपराध है। इसे अलग-थलग करके नहीं देखा जाना चाहिए। इन गिरोहों के अक्सर आतंकी संगठनों से गहरे संबंध होते हैं।
एनआईए चीफ ने की पीएम मोदी की तारीफ:-
राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने शुक्रवार को पीएम मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, बीते आठ वर्षों में आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई है। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ केंद्र की जीरो टॉलरेंस नीति की भी सराहना की और कहा कि इसने देश के सुरक्षा परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव लाया है। तीसरे मंत्रिस्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए डीजी गुप्ता ने कहा, मेरे लिए प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करना एक सम्मान की बात है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा, आतंकी फंडिंग के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। भारत के पास इसका सबूत हैं।