नई दिल्ली। तमाम कवायदों के बाद देश में भले ही कोरोना संक्रमण का असर जरूर कम हो गया है लेकिन खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। अलग अलग राज्यों में फिर कोरोना संक्रमितों का तेजी से मिलना और इससे मरने वालों का सिलसिला अभी बना हुआ है। बृहस्पतिवार से शुक्रवार तक 24 घण्टों में 2338 नए मामले दर्ज किये गये हैं और 19 लोगों ने जान गंवायी है।
देश में कोरोना मामलों की संख्या बढ़ कर जहां 4,31,58,087 पहुंच गई है वहीं मरने वालों की संख्या भी 5,24,630 हो गयी है। हालांकि रिकवरी रेट 98.74 प्रतिशत है, जो राहत पहुंचाने वाला है लेकिन पूरी सावधानी बरतनी बहुत आवश्यक है। इस परिवेश में केन्द्र सरकार का कोरोना टीकाकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान कोरोना पर विजय पाने की दिशा में एक बहुत ही महत्वपूर्ण और कारगर कदम है।
कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान में सुस्ती को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को दो महीने के लिए विशेष अभियान हर घर दस्तक 2.0 शुरू करने की सलाह दी है। इसके लिए जिला, ब्लाक और ग्राम स्तर पर योजना बनाकर अभियान को गति देने का निर्देश भी उचित है, क्योंकि देश में अभी बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्होंने कोरोना की पहली डोज भी नहीं लगवायी है और बहुत से लोगों को दूसरी डोज और सतर्कता डोज लगाया जाना बाकी है। घर-घर जाकर टीकाकरण के अभियान में उन लाभार्थियों के टीकाकरण पर ध्यान दिया जायगा, जिन्हें दूसरी डोज लगनी है। साथ ही 60 सालसे अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता डोज लगाया जाएगा।
इस अभियान के जरिये 12- 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों में व्यापक रूप से अभियान चलाया जायगा। इस अभियान के जरिये शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना की पहली, दूसरी और सतर्कता डोज लगाया जाना सुनिश्चित किये जाने के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कोरोना टीकाकरण का अभियान पूरी रफ्तार से चलाये जाने की जरूरत है। हालांकि इसको लेकर स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कर्मचारी भी दिन रात एक करने में लगे है।