ब्यूटी टिप्स। बालों पर मानसून की नमी भी खासा असर करती है। बारिश के मौसम में बाल पसीने और चिपचिपाहट से टूटने और झड़ने लगते है। जिसके कारण बालों का बुरा हाल हो जाता है। इसलिए जरूरी है कि बालों की अच्छी तरह से देखभाल की जाए। बालों में तेल से लेकर शैंपू तक का सही समय पता होना चाहिए।
जिससे कि स्कैल्प पर जमा गंदगी को साफ किया जा सके। क्योंकि बालों पर जमी गंदगी की वजह से बाल और ज्यादा टूटने लगते हैं। इसलिए जरूरी है कि बालों को टूटने से बचाने के लिए कुछ नुस्खों को अपनाया जाए।
बालों को झड़ने से रोकने और नए बाल उगाने में कलौंजी के बीज काफी मदद करते हैं। इनकी मदद से ना केवल बालों को पोषण मिलता है बल्कि ये बालों की ड्राईनेस को भी दूर करते हैं। जिसकी वजह से बाल सॉफ्ट और सिल्की दिखने लगते हैं। कलौंजी के तेल को बालों में लगाने से काफी सारे फायदे पहुंचते हैं।
अगर समय से पहले ही बालों के सफेद होने की समस्या आपको परेशान कर रही है तो कलौंजी के तेल को जरूर लगाएं। ये स्कैल्प को भी हेल्दी रखने में मदद करता है। जिसकी वजह से बारिश में होने वाले फंगल इंफेक्शन और खुजली जैसी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं। अगर आप बालों में कलौंजी के तेल को लगाने की सोच रही हैं। तो चलिए जानें कैसे इस्तेमाल करें कलौंजी का तेल-
सबसे पहले कलौंजी के बीज और नारियल के तेल की समान मात्रा को लें। इन दोनों को मिक्स कर लें। आप इसकी मात्रा को अपने बालों की लंबाई और जरूरत के हिसाब से कम ज्यादा कर सकती हैं। बाउल में लेकर नारियल के तेल और कलौंजी के बीज को गर्म करें। जब ये गर्म हो जाए तो इसे थोड़ा सा ठंडा कर लें।
जिससे कि हाथों से आसानी से इसे लगाया जा सके। अब सारे बालों को अलग सेक्शन में डिवाइड कर स्कैल्प पर लगा लें। और करीब तीस मिनट के लिए छोड़ दें। फिर शैंपू से बालों को धो लें। सप्ताह में दो से तीन दिन इसे लगाने से बाल फ्रिज फ्री और स्मूद हो जाएंगे। अगर बाल बहुत ज्यादा झड़ रहे और नई ग्रोथ नहीं हो रही। तो कलौंजी के बीच को कैस्टर ऑयल में मिलाकर लगाएं।
इसके लिए दो चम्मच कलौंजी के बीच को एक चम्मच कैस्टर ऑयल में मिलाकर रख लें। फिर इसे गर्म कर लें। स्कैल्प पर इस तेल को लगाकर छोड़ दें। हल्के हाथों से करीब दस मिनट तक मसाज करें। खासतौर पर सिर के उन हिस्सों में जहां के बाल ज्यादा झड रहे हों। करीब एक घंटे बाद बालों को शैंपू से धो लें। सप्ताह में एक बार इसका इस्तेमाल लगातार करने से कुछ सप्ताह के बाद असर दिखने लगेगा।