शिमला। हिमाचल प्रदेश में आज लोकतंत्र का महापर्व है। विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश भर में पुलिस विभाग ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। राज्य निर्वाचन विभाग के आदेशानुसार हिमाचल प्रदेश के साथ लगती पड़ोसी राज्यों की सीमाओं पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। शराब और नकदी की सप्लाई को लेकर सीसीटीवी और ड्रोन से नजर रखी जा रही है। चुनाव को लेकर हिमाचल छावनी में तबदील हो गया है। हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सीएपीएफ और हिमाचल पुलिस और होमगार्ड के जवानों पर है।
विधानसभा चुनाव के चलते 11,847 पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की गई है। इनके अलावा 8,381 होमगार्ड के जवान भी कार्यरत रहेंगे। इसमें 4500 हिमाचल प्रदेश 2500 उत्तराखंड और 1381 उत्तर प्रदेश के होमगार्ड जवान शामिल है। करीब 7500 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की संवेदनशील और अति संवेदनशील इलाकों में तैनाती की गई है। इनके हवाले हिमाचल प्रदेश के 27 शराब कारखानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी रहेगी। हिमाचल प्रदेश के 108 बैरियर पर नाके लगाए गए हैं। बाहरी राज्यों से हिमाचल प्रदेश आने वाली गाड़ियों को चेकिंग के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है।
जिला सोलन, सिरमौर, चंबा, कांगड़ा और ऊना में अतिरिक्त केंद्रीय सशस्त्र बल तैनात किया गया है। पुलिस मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां से पल-पल की जानकारी ली जा रही है। सीआईडी, खुफिया तंत्र शहरों में हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। विधानसभा चुनाव के चलते हिमाचल प्रदेश में वीरवार शाम पांच बजे से ही शराब ठेके बंद कर दिए हैं। बाहरी राज्यों से आने वाली नकदी, शराब और नशीले पदार्थों को पकड़ने के लिए भी सीएपीएफ जवानों की मदद ली जा रही है। राज्य में 232 फ्लाइंग स्क्वायड और इतने ही स्टेस्टिक सर्विलांस टीमों का गठन किया गया है। हिमाचल की सीमाओं की 110 चेकपोस्ट पर सीसीटीवी कैमरों लगाए गए हैं, ताकि हर गतिविधियों पर नजर रख सकें।