नई दिल्ली। देश में एक तरफ पावर प्लांट्स में कोयले की कमी होने की खबरे सामने आ रही है। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, जम्मू और पंजाब सहित कई राज्यों में बिजली कटौती हो रही है। राज्य सरकारें गहराते संकट को देखते हुए केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगा रही हैं, वहीं कोयला संकट का सीधा असर बिजली उत्पादन पर पड़ने लगा है। देश में ज्यादातर बिजली कोयले से ही बनाई जाती है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बिजली संकट पर उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ ऊर्जा मंत्रालय दावा कर रहा है कि जल्द ही इस संकट को दूर कर लिया जाएगा। इसी बीच कोयला संकट से जूझ रहीं बिजली वितरण कंपनियों ने बीच का रास्ता निकाला है। कंपनियों ने न केवल केंद्र से ज्यादा कोयला देने की गुहार लगाई है, बल्कि उपभोक्ताओं से बिजली बचाने के संदेश भी भेजना शुरू कर दिया है। इधर कुछ राज्यों में बिजली की सबसे अधिक खपत का समय भी एक घंटे बढ़कर शाम 6:00 बजे से रात 11:00 बजे तक हो गया है, जबकि पहले रात 10 बजे तक ही बिजली की सबसे ज्यादा खपत होती थी।