Achsel tournament: सोलह साल की गोल्फर अवनी ने लेडीज यूरोपियन टूर (एलईटी) एसेस सीरीज में ऐशसेल टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया। इस टूर्नामेंट को जीतकर अवनी एलईटी एसेस सीरीज में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय और यूरोप में खिताब जीतने वालीं तीसरी भारतीय महिला हो गईं। अवनी ने पहले इस सत्र में अदिति अशोक और दीक्षा डागर ने मुख्य लेडीज यूरोपियन टूर में खिताब जीता था।
आपको बता दें कि अवनी ने इस साल मनीला में क्वीन सिरकिट कप जीता था। इसके साथ ही वह सितंबर में चीन में होने वाले एशियाई खेलों में भारतीय गोल्फ टीम में हिस्सा लेंगी और प्रतियोगिता में भाग लेने वालीं सबसे युवा भारतीय गोल्फर बनेंगी। अवनी ने फाइनल में अंतिम सात होल में बर्डी और ईगल के साथ अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि पहले दो राउंड में उन्होंने 72-71 का स्कोर किया था। लेकिन पांचवें और आठवें होल पर उन्होंने बर्डी लगाई। अवनी ने 12 और 13वें होल्ड पर लगातार दो बर्डी लगाई और फिर 14 वें होल पर बर्डी के साथ बढ़त पुख्ता कर ली। 17वें होल पर फिर बर्डी के साथ खिताब सुरक्षित कर लिया। इससे पहले भारत की अश्मिता सतीश (74-76) और विद्यात्री (80-74) कट हासिल नहीं कर सकी थीं।
भारत ने टेंट पेगिंग विश्व कप में जीता कांस्य पदक
इसके साथ ही आपको बता दें कि राष्ट्रीय घुड़सवारी चैंपियनशिप टेंट पेगिंग 2023 में भारत ने कांस्य पदक जीतकर भारत ने इतिहास रच दिया है। दरअसल, पांच सदस्यीय भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका में आयोजित टेंट पेगिंग विश्व कप में तीसरा स्थान हासिल कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। शनिवार को पोडियम फिनिश हासिल करने वाला भारत टेंट पेगिंग विश्व कप के पिछले दो संस्करणों में छठे और सातवें स्थान पर रहा था।
इंटरनेशनल टेंट पेगिंग फेडरेशन में 29 देश शामिल हैं, जो प्रत्येक चार टीमों के समूहों में विभाजित होने पर विश्व कप योग्यता अर्जित करते हैं। आपको बता दें कि राष्ट्रीय घुड़सवारी चैंपियनशिप टेंट पेगिंग 2023 1-6 फरवरी को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी और तकनीकी दिशानिर्देशों के अनुसार, राइडर पॉइंट के आधार पर संभावितों का चयन किया गया था, जिनका आगे परीक्षण किया गया और एक राष्ट्रीय टीम का चयन किया गया।
कर्नल एसएस सोलंकी को भारतीय घुड़सवारी महासंघ (ईएफआई) द्वारा टेंट पेगिंग कोच के रूप में नियुक्त किया गया था और टीम ने अप्रैल से प्रशिक्षण शुरू किया था। आईटीपीएफ क्वालीफायर के अंत में भारत 9वें स्थान पर रहा। विश्व कप में नौ देशों ने भाग लिया और यह आयोजन तीन दिनों तक चला। भारत ने पहले दिन का समापन चौथे स्थान पर किया और एक स्थान आगे बढ़ते हुए तीसरे दिन तीसरे स्थान पर रहकर कांस्य पदक जीता।