Himachal rains: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने अब रौद्र रूप धारण कर लिया है। इस दौरान पूरा इलाका जलमग्न हो गया है। कई जगहों पर भूस्खलन भी देखने को मिला है वहीं, अचानक आई बाढ़ की वजह से कई जिदंगियां इसके चपेट में आ गई। हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है, बाजार, सड़कें, गावों में पूरा पानी ही भरा हुआ दिखाई दे रहा है। वहीं, राज्य के अधिकारियों ने स्कूलों व कॉलेजों को दो दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया है।
ऐसे में ही हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार राहत मैन्युअल में बदलाव करेगी। वहीं आपदा प्रभावितों को पहले पांच हजार रूपए की राहत राशि दी जाती थी जो अब बढ़ाकर एक-एक लाख रुपये कर दी जाएगी। वहीं बाढ़ से हुए नुकसानों के लिए अलग से मुआवजा दिया जाएगा। सैंज में बाढ़ प्रभावित लोगों से बात करते हुए सीएम सुक्खू ने जान-माल के नुकसान पर संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रभावितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाएगी।
उन्होंने एक करोड़ रुपये की त्वरित राहत राशि जारी करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में फंसे पर्यटकों एवं स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव अभियान निरंतर जारी है। इसके लिए छह हेलिकॉप्टर उपलब्ध करवाए गए हैं। सैंज क्षेत्र में बेहतर संपर्क सुविधा के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन को मौके पर ही दो सैटेलाइट फोन भी उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले में विद्युत आपूर्ति बहाल करने के प्रयास की जा रही है। विद्युत आपूर्ति बहाल होते ही पेजयल आपूर्ति योजनाओं को भी बहाल कर दिया जाएगा। सूबे के विभिन्न स्थानों पर फंसे पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को निकालने के लिए हवाई सेवाएं शुरू कर दी गई हैं।
राहत बचाव के लिए हेलिकॉप्टर सेवा हुआ आरंभ
प्रदेश के सीएम ने कहा, चंद्रताल में फंसे लोगों के बचाव के लिए पहली हेलिकॉप्टर सेवा मंगलवार सुबह शुरू की गई, लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें देरी हुई है। शाम की फिर हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी और सात लोगों को सुरक्षित भुंतर पहुंचाया गया। प्रशासन को बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चों और रोगियों को चंद्रताल से निकालने के निर्देश दिए गए हैं। चंद्रताल में फंसे अन्य लोगों को काजा भेजा जा रहा है।