Amarnath Yatra: जम्मू में श्रद्धा, भक्ति और आस्था से परिपूर्ण 38 दिवसीय वार्षिक अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो गई है. आज यानी गुरुवार सुबह आरती के साथ यात्रा औपचारिक रूप से शुरू हो गई. अमरनाथ गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी की आरती के दौरान देशभर से आए हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और भगवान शिव का आशीर्वाद लिया.
जम्मू से आज बाबा अमरनाथ यात्रा का दूसरा जत्था सीआरपीएफ के एस्कॉर्ट व्हीकल के साथ श्रीनगर के लिए रवाना हुआ.
यात्रा की सुरक्षा के लिए किए गए कड़े इंतजाम
यात्रा की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं. पूरे रास्ते पर केंद्रीय सुरक्षा बलों की 581 कंपनियां तैनात हैं, जिनमें CRPF की 219, BSF की 130, SSB की 97, ITBP की 62 और CISF की 60 कंपनियां शामिल हैं. रास्ते को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया है, ताकि किसी भी तरह की हवाई गतिविधि से यात्रा प्रभावित न हो. सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए रूट पर 700 हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो चेहरों को पहचानने की क्षमता रखते हैं. इसके अलावा, ड्रोन और स्नाइपर्स की तैनाती भी की गई है, जो लगातार निगरानी करेंगे. रास्ते पर पेमेंट स्कैनर भी लगाए गए हैं, ताकि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित हो.
एस्कॉर्ट व्हीकल को अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में उतारा
सीआरपीएफ ने इस बार दर्जनों ऐसे एस्कॉर्ट व्हीकल को अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में उतारा है. हर एक एस्कॉर्ट व्हीकल में कुल 8 सीआरपीएफ के जवान और एक अधिकारी शामिल होता है. हर एक एस्कॉर्ट व्हीकल में तैनात जवान आधुनिक हथियारों के साथ लैस होते हैं. वहीं यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए हर एक एस्कॉर्ट व्हीकल में फर्स्ट ऐड किट भी रखा जाता है.
एस्कॉर्ट व्हीकल को यात्रा वाहनों के बीच-बीच में लगाया जाता है और यह एस्कॉर्ट व्हीकल जम्मू से बनिहाल तक अमरनाथ यात्रा के काफिले के साथ जाते हैं. बनिहाल पहुंचते ही कश्मीर की वादियां शुरू हो जाती हैं और वहां पहुंचते ही काफिले के साथ चल रही इन एस्कॉर्ट व्हीकल को बदल दिया जाता है.
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