Gyanvapi Mosque ASI Survey: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित ज्ञानवापी परिसर का सर्वे एएसआई की टीम ने शुरू कर दिया है। ASI की चार टीमें अलग अलग जगहों पर सर्वे कर रही हैं। शासन ने शहर में हाई अलर्ट जारी किया है। हिंदू पक्ष ने जहां सर्वे में सहयोग की बात कही है वहीं, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने जिला जज के आदेश के खिलाफ सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है और सर्वे पर रोक लगाने की मांग की है।
सर्वे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
मुस्लिम पक्ष के याचिका पर कोर्ट ने सीजेआई एसजी मेहता से सर्वे की स्थिति स्पष्ट करने को कहा। एसजी मेहता ने बताया कि ज्ञानवापी परिसर में एक भी चीज नहीं हटाई गई है और न ही हटाने की योजना है। अभी जो चल रहा है वह माप, फोटोग्राफी, रडार है, जो संरचना को प्रभावित नहीं करेगा। ऐसा प्रतीत होता है कि एएसआई आदेश के अनुपालन में कोई खुदाई करने पर विचार नहीं कर रहा है। हम इस हद तक बयान दर्ज करते हैं कि अगले सप्ताह सोमवार तक साइट पर किसी भी तरह की खुदाई नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने मसाजिद कमेटी को हाईकोर्ट जाने के लिए कहा है। ऐसे में इसे हिंदू पक्ष को राहत के तौर पर देखा जा रहा है।
पूरे ज्ञानवापी परिसर की पैमाइश
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि 43 सदस्यीय एएसआई टीम ने शुरुआती दो घंटे में पूरे ज्ञानवापी परिसर की पैमाइश की है। वजूस्थल को छोड़कर परिसर के हर पत्थर और ईंट की ऊंचाई नापी गई है। दीवारों की फोटो-वीडियोग्राफी कराई गई है। नींव के पास खोदाई कर मिट्टी ली गई है। नींव के आसपास के ईंट-पत्थर के टुकड़े सैंपल के तौर पर लिए गए हैं। सभी जगह की फोटो ली गई है। पूरे परिसर की नापजोख की गई है। कुछ मशीनों से दीवारों को स्कैन किया गया है। साथ ही दीवारों पर कागज लगा कर उनका सैंपल लिया गया।