Unnao news: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन(एनआरएलएम) में 3.85 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप में परियोजना निदेशक डीआरडीए ने तत्कालीन उपायुक्त स्वत: रोजगार/डीडीओ, एनआरएलएम की जिला मिशन प्रबंधक(डीएमएम) शिखा मिश्रा व एक अज्ञात कर्मी के खिलाफ सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
सरकारी अभिलेखों में हेराफेरी, धोखाधड़ी समेत आधा दर्जन गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। यह लोग विभागीय जांच में एक माह पूर्व दोषी पाए गए थे। आरोप है कि दोनों आरोपित अधिकारियों ने बिना किसी कैंपेन चलाए निजी वेंडरों को भुगतान कराने सहित योजना के नियमों को धता बताते हुए खेल किया। जबकि यह धन गरीब परिवार की महिलाओं के समूह गठित कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़कर स्वावलंबी बनाने के लिए मिला था।
कई अधिकारियों पर हुई कार्रवाई
डीएम के निर्देश पर परियोजना निदेशक डीआरडीए तेजवंत सिंह ने तत्कालीन उपायुक्त स्वत: रोजगार/जिला विकास अधिकारी (डीडीओ) संजय कुमार पांडेय और एनआरएलएम की जिला मिशन प्रबंधक शिखा मिश्रा व एक अज्ञात कर्मी पर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
इस मामले में एक माह पहले ही अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए सीडीओ अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास को संस्तुति पत्र भेज चुके हैं। दूसरी ओर घालमेल के आरोपी डीडीओ को भले ही शासन ने 25 अप्रैल को पदोन्नति देते हुए जल्द ही नए पद पर तैनाती की जानकारी दी थी, लेकिन एक मई को भेजे दूसरे पत्र में नए पद पर तैनाती न देकर उन्हें आयुक्त ग्राम्य विकास कार्यालय लखनऊ से संबद्ध कर दिया है। अब आरोपित डीडीओ पर बड़ी कार्रवाई की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। जबकि, डीएमएम पर सेवा समाप्ति का खतरा मंडरा रहा है।
दो साल पहले किया गया स्कैम
आरोपित अधिकारियों ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना (एनआरएलएम) में वित्तीय वर्ष 2023-24 में अभियान चलाकर गरीब परिवारों की महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ने, नए समूह गठित करने कैंपेन चलाने व महिलाओं को उनकी रुचि और योग्यता के आधार पर प्रशिक्षण देने की योजना को बिना नियमों पर अमल किए घालमेल किया। जबकि 18 अप्रैल 2023 से 30 जून 2023 तक जिले में अभियान चलाने के आदेश दिए गए थे।
डीएम के निर्देश पर दो समितियों से कराई गई जांच
डीएम के निर्देश पर दो समितियों से जांच कराई गई, जिसमें पाया गया कि डीडीओ ने एनआरएलएम की जिला मिशन प्रबंधक शिखा मिश्रा के साथ मिलकर बिना किसी कैंपेन का आयोजन कराए मनमाने तरीके से अपने चहेते चित्रकूट, कानपुर देहात व उन्नाव के वेंडरों से सांठगांठ करके फर्जी बिल लेकर उनको भुगतान कराया। इसके बाद डीडीओ पर अनुशासनात्मक कार्रवाई व जिला मिशन प्रबंधक को सेवा से हटाने की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास को भेजी गई थी।
सीडीओ प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि जांच में दोषी पाए जाने पर डीएम के निर्देश पर डीडीओ, डीएमएम व एक अज्ञात कर्मी पर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। अब पुलिस मामले की विवेचना करेगी। सीओ सिटी सोनम सिंह ने बताया कि परियोजना निदेशक डीआरडीए की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले की विवेचना सदर कोतवाल अवनीश सिंह कर रहे हैं।
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