क्‍यों मनुष्‍य योनि को कहते है कर्म योनि?

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि कर भला तो हो भला-…

प्रमाद के मकड़जाल में नहीं फंसता आत्मचिंतन करने वाला व्‍यक्ति

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि आलस्य खतरनाक है- जो साधक…

शरीर और आत्‍मा की पहचान न कर पाना ही है दुख का कारण

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता जीवन को नियोजित करने…

मन के बिना नहीं हो सकता सांसारिक कार्यों का निर्वाह: दिव्‍य मोरारी बापू

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि मन का सदुपयोग हो! हमारे…

कर्तव्य पालन में लापरवाही करना ही है व्‍यक्ति का सबसे बड़ा दुख का कारण : दिव्‍य मोरारी बापू

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि कर्म के पुष्प को प्रभु…

समता के विकास से ही व्यक्ति सभी परिस्थितियों को झेलने में होंगे सक्षम

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि छोटी-छोटी बातों की गांठें मन…

एक दूसरे पर दोषारोपण करने वाले कभी नहीं चख पाते सफलता का स्‍वाद

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि हिम्मत बनी रहे- यह आवश्यक…

भक्ति रूपी मणि के प्रभाव से विष भी हो जाता है अमृत

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि भक्ति चिंतामणि- भक्ति चिंतामणि है.…

शारीरिक सुन्दरता से नहीं होता व्यक्ति का आर्कषक व्यक्तित्व

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि व्यक्तित्व व्यक्ति का दर्पण है-…

कितना भी शक्तिशाली और समर्थ व्‍यक्ति क्यों न हो, इस नियम को नहीं कर सकता भंग

Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि दुःख की अनिवार्यता-यद्यपि दुःखी होना…