Kashi Vishwanath Dham: महाशिरात्रि से पहले ही श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है. ऐसे में मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किया है. भोर में मंगला आरती के बाद से ही भक्तों की लाइनें गोदौलिया और मैदागिन तक लगी रहीं.
इसके अलावा, वीआईपी और प्रोटोकॉल दर्शन भी हो रहे हैं. गर्भगृह के एक द्वार से डबल लाइन में भक्तों को दर्शन कराकर भीड़ प्रबंधन किया जा रहा है.
लागू की गई नई पहल
मंदिर सीईओ विश्वभूषण मिश्रा ने कहा कि गर्भगृह के एक द्वार से दो-दो लाइनों में लगे भक्तों को दर्शन कराया जा रहा है. मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा के पहल पर ये व्यवस्था लागू की गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को दर्शन कराया जा सके.
इसमें एक लाइन में लगे मंदिर के सामान्य श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं, जबकि दूसरी लाइन में लगे लोगों को सीढ़ीदार प्लेटफॉर्म बनाकर गर्भगृह के बाहर से झांकी दर्शन कराया जा रहा है. ऐसे में एक समय में एक गेट से दो लाइनों में लगे श्रद्धालुओं को दर्शन करा दिया जा रहा है.
वहीं, मंदिर के सीईओ ने बताया कि मंदिर के अंदर भीड़ प्रबंधन को लेकर भी काम चल रहा है. महाशिवरात्रि पर भी मंदिर में दर्शन- पूजन महाकुंभ में लागू किए गए नियमों के अनुसार ही होगा.
सुरक्षा इंतजामों में लगे काशी जोन के एडीसीपी
इसके अलावा, काशी में भक्तों की भारी भीड़ के मद्देनजर काशी जोन के एडीसीपी सरवणन टी. ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. महाकुंभ के पलट प्रवाह के चलते वाराणसी में पर्यटकों और तीर्थयात्रियों का बड़ा जमावड़ा है.
उन्होंने बताया कि हर रोज यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि पर्यटक और तीर्थयात्री सुरक्षित तरीके से दर्शन कर सकें. वहीं, तीर्थयात्रियों के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग जगह बनाई गई है. जिससे आवाजाही में कोई बाधा न आए. इतना ही नहीं, ड्रोन से नावों में भीड़भाड़ को लेकर निगरानी की जा रही है. सभी नाव मालिकों को पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जानकारी भी दी गई है.
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