Up news: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (VEIDA) ने मेडिकल डिवाइस पार्क योजना-05 के अंतर्गत सेक्टर-28 स्थित औद्योगिक भूखण्डों का पारदर्शी और सफल आवंटन संपन्न किया. यह योजना 18 जून 2025 से 6 अगस्त 2025 तक चली, जिसमें कुल 48 आवेदन प्राप्त हुए. प्राधिकरण की कंसलटेंट फर्म मैसर्स ई० एण्ड वाई द्वारा सभी आवेदनों की जाँच और परीक्षण किया गया, जिसमें 20 आवेदक पात्र पाए गए. 22 सितंबर 2025 को प्राधिकरण कार्यालय स्थित सभागार में आयोजित ड्रा के माध्यम से कुल 12 औद्योगिक भूखण्ड मेडिकल डिवाइस बनाने वाली विभिन्न फर्म और इकाइयों को आवंटित किए गए.
डिजिटल है पूरी प्रक्रिया
भूखंडों का आवंटन पूरी तरह से ई-नीलामी प्रणाली के माध्यम से किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है. सभी को समान अवसर मिलता है. प्राधिकरण के मुताबिक इस प्रक्रिया से न केवल बड़े उद्योगपति बल्कि नए उद्यमी भी भागीदारी कर सकेंगे.
तीन हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
मेडिकल डिवाइस पार्क विश्व स्तरीय औद्योगिक हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो आगामी नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जेवर के निकट है. इसका उद्देश्य देश में मेडिकल उपकरण निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना है तथा नवाचार को प्रोत्साहित कर निवेश आकर्षित करना है. यह आवंटन उत्तर प्रदेश को मेडिकल डिवाइस निर्माण का अग्रणी केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा. इससे करीब 100 करोड़ रुपए का निवेश आएगा तथा 1000 लोगों को रोजगार मिलेगा.
मिक्स लैंड यूज के लिए इंटरव्यू
केवल औद्योगिक ही नहीं बल्कि मिक्स लैंड यूज श्रेणी के भूखंडों के आवंटन के लिए भी यीडा द्वारा प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है. इन भूखंडों पर औद्योगिक, वाणिज्यिक और अन्य सहायक गतिविधियों की अनुमति होती है, जिससे निवेशकों को लाभ मिलता है. इस श्रेणी में भूखंड पाने के इच्छुक आवेदकों के साक्षात्कार की प्रक्रिया शुरू है.
इसे भी पढ़ें:-दिल्लीवालों को पानी के बकाया बिलों से बड़ी राहत,नए कनेक्शन और संचालन में भारी कटौती