Latest news of Dehradun: उत्तराखंड़ के श्रीनगर से एक हैरान करने वाली खबर आई है। जहां एक पिता ने अपने दो मासूम बेटियों की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी पिता मौके से फरार हो गया। यह घटना उस समय की है जब घर में कोई मौजूद नहीं था। रात करीब साढ़े आठ बजे बच्चियों की दादी घर पहुंचीं और जब दरवाजा खोला तो अंदर दोनों बहनें अचेत पड़ी थीं। जिन्हें अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके गले पर निशान भी मिले हैं। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। उसके बिहार भागने की आशंका जताई जा रही है।
बता दें कि यह घटना डोईवाला कोतवाली क्षेत्र की केशवपुरी बस्ती की है। कोतवाली प्रभारी राजेश शाह ने बताया कि शुक्रवार रात करीब साढ़े आठ बजे पुलिस को सूचना मिली कि वहां एक घर में दो बच्चियां मृत मिली हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की और शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया। कोतवाल ने बताया, बच्चियों की पहचान आंचल (3.5 साल) और अनुषा (1.5 साल) पुत्री जितेंद्र साहनी निवासी दरभंगा बिहार के रूप में हुई है। जितेंद्र यहां कबाड़ बीनने का काम करता है। कोतवाल का कहना है कि मामले में जितेंद्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
इन दिनों वह दोनों बेटियों और मां दुर्गा देवी के साथ यहां रह रहा था, जबकि उसकी पत्नी रीना झगड़े के कारण घर छोड़कर कहीं चली गई है। जानकारी के मुताबिक, पड़ोस में रहने वाली बच्चियों की नानी आशु देवी ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि बेटा नहीं होने के कारण जितेंद्र और उसकी मां उनकी बेटी रीना को आए दिन ताना मारते थे और मारपीट भी करते थे। जिससे तंग आकर दो महीने पहले वह घर छोड़कर हैदराबाद चली गई।
जितेंद्र और उसकी मां शुक्रवार को भी काम पर गए थे। रात को जब आरोपी जितेंद्र की मां दुर्गा देवी घर वापस आईं तो अंदर का नजारा देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस के अनुसार, बच्चियों के गले पर निशान पाए गए हैं। प्रथमदृष्टया आशंका जताई जा रही है कि गला दबाकर उनकी हत्या की गई है।
वहीं, आशु देवी ने आरोप लगाया कि जितेंद्र अक्सर गुस्से में रहता था। कहता था, बच्चियों के कारण उसकी दूसरी शादी नहीं हो पा रही है। वह उन्हें अक्सर मारने की धमकी भी देता था। कहता था कि रीना नहीं आई तो बच्चियों को नहीं छोड़ूंगा। आए दिन वह अपनी ससुराल पहुंच जाता था और बेटा नहीं होने को लेकर पत्नी से झगड़ा करता था।