लखनऊ। एलडीए पूरी ट्रांसपोर्टनगर योजना के लैंड ऑडिट कराने की तैयारी में है। इसकी वजह यह है कि पिछले दिनों हुई जांच के बाद कई भूखंडों में वास्तविक मूल्यांकन से अलग पैसा जमा मिल रहा है। वहीं, आवंटन में भी नियमों को दरकिनार किया गया। ऐसे में अनावंटित भूखंड या अनियोजित जमीनों के भी यहां होने की आशंका है। योजना में करीब 1250 भूखंड एलडीए ने विकसित किए हैं, जिनकी जांच होगी। अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि पिछले दिनों में एक शिकायत पर छह भूखंडों की जांच की गई। एक 80 भूखंड की जांच भी चल रही है। इनमें से कुछ की फाइलें ही नहीं मिली हैं। जो फाइलें मिली हैं। उनमें शुरूआती परीक्षण में वास्तविक कीमत से कम मूल्यांकन किए जाना दिखाई दिया है। इनको वित्त विभाग को भेजकर पुनर्मूल्यांकन कराया जा रहा है। वहीं, बड़े स्तर पर इस तरह की गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। ऐसे में जरूरत है कि पूरी योजना का ही एक बार लैंड ऑडिट किया जाए। इसके लिए वीसी से वार्ता कर जल्दी ही फैसला करा लिया जाएगा। वहीं, जिन फाइलों में कम पैसा जमा हुआ है। उनकी भी रिकवरी कराई जा सकेगी। अपर सचिव का कहना है कि किसी योजना के लैंड ऑडिट में एक समिति बनाकर अर्जित हुई जमीन के सापेक्ष विकसित हुए भूखंड और उनके आवंटन का परीक्षण किया जाता है। इसमें भूखंडों के आवंटन की फाइलों के अलावा कब्जे में बनी हुई जमीनों को भी चिह्नित कर लिया जाता है। इससे एलडीए की योजना में मौजूद संपत्तियों और बकाया का पता चलता है।