गोरखपुर। कोरोना की तीसरी लहर से पहले जिले के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन गैस की किल्लत दूर हो जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर सात सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) सहित 11 स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। तीन सीएचसी पर प्लांट लग भी गए हैं। एक से दो दिनों में इन प्लांटों में ट्रायल किया जाएगा। कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल-मई माह में जब मरीजों की संख्या बढ़ी तो सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन गैस के लिए हाहाकार मच गया। छोटे से लेकर बड़े सिलिंडरों की मांग ऐसी थी कि मरीज और उनके तीमारदार मनमानी रकम देने को तैयार थे। इसके बाद भी सिलिंडर नहीं मिल रहे थे। ऑक्सीजन की कमी के कारण कई मरीजों की जान चली गई। अब तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री की पहल पर सात सीएचसी समेत बीआरडी मेडिकल कॉलेज, एम्स और बड़हलगंज होम्योपैथी कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की शुरूआत की गई। चौरी-चौरा, हरनही, कैंपियरगंज सीएचसी, गोरक्षनाथ चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट लगा दिए गए हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दो नए प्लांट और एम्स में आधुनिक प्लांट लग चुका है। इन प्लांटों को लगने के बाद से मरीजों के बेडों तक सीधे ऑक्सीजन गैस की सप्लाई हो सकेगी। इसके बाद से मरीजों को ऑक्सीजन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। तीन सीएचसी के अलावा जिला अस्पताल, जंगल कौड़िया, चरगांवा, सहजनवां, बांसगांव में ऑक्सीजन प्लांट लगना प्रस्तावित है। इन अस्पतालों के लिए जुलाई माह में ही ऑक्सीजन प्लांट के लिए मशीनें आ जाएंगी। इसके बाद तेजी से काम शुरू हो जाएगा। विशेषज्ञ अगस्त के अंतिम सप्ताह और सितंबर में तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं। सीएमओ डॉ सुधाकर पांडेय ने कहा कि तीसरी लहर से पहले तीन सीएचसी पर ऑक्सीजन प्लांट लग चुका है। जिला अस्पताल समेत चार सीएचसी पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं। इसकी तैयारी चल रही है। जल्द मशीनें आ जाएंगी। ऑक्सीजन प्लांट लगने से मरीजों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।